गड़बड़ी करनेवालों की खैर नहीं
दियारे में घुड़सवार पुलिस व नदियों में मोटरबोट
पटना : तीसरे चरण में राज्य के सात लोकसभा क्षेत्रों में गुरुवार को होनेवाले मतदान के लिए सुरक्षा बलों की तैनाती का काम शुरू कर दिया गया है. पहले दो चरणों का मतदान शांतिपूर्ण संपन्न करा लेने के बाद तीसरे चरण में सुरक्षा बलों के 57 हजार जवानों की तैनाती की जा रही है.
इनमें 22,500 केंद्रीय अर्धसैनिक बल के जवानों के साथ-साथ साढ़े 27 हजार सशस्त्र जिला पुलिस बल व सात हजार होमगार्ड जवान भी शामिल हैं. चारों तरफ नदियों से घिरे इन लोकसभा क्षेत्रों में नक्सलियों व असामाजिक तत्वों की नकेल कसने के लिए दियारा क्षेत्रों व नदियों में सघन पुलिस गश्ती की व्यवस्था की गयी है.
इसके लिए किराये पर मोटरबोट लिये गये हैं और दियारे में घुड़सवार पुलिस दस्तों को तैनात किया जा रहा है. आसमान से नजर रखने के लिए सेना के दो हेलीकॉप्टर भागलपुर व पूर्णिया से ऑपरेट किये जायेंगे. इस चरण में केंद्रीय सुरक्षा बलों की 221 कंपनियों को तैनात किया जा रहा है. 24 अप्रैल को सात लोकसभा सीटों सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर व बांका पर मतदान होना है.
दियारा क्षेत्र में सघन गश्ती : सातों संसदीय क्षेत्रों में ऐसे 64,971 लोगों के खिलाफ आइपीसी की धारा 107 व 110 के तहत कार्रवाई की गयी है. इनमें 3,649 को बांड डाउन किया चुका है. इसके अलावा 5,957 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा चुका है. कोसी का क्षेत्र चारों तरफ से नदियों और दियारा से घिरे होने के कारण वहां बूथों पर कब्जा कर एकतरफा वोटिंग कराने के मामले पहले सामने आते रहे हैं. बूथ पर कब्जा जमानेवाले लोग अक्सर नदियों और दियारा क्षेत्र का लाभ उठा कर मौके से भागने में कामयाब होते रहे हैं.
इसलिए इस बार पुलिस प्रशासन का पूरा ध्यान नदियों और दियारा क्षेत्र में सघन गश्ती पर होगा. कमजोर वर्ग के लोगों को डराने-धमकानेवाले तत्वों की सूची बना कर उनके खिलाफ पहले ही कार्रवाई की जा चुकी है. इनमें कई राजनीतिक हस्तियों के खास लोग भी शामिल हैं. बांका संसदीय क्षेत्र में कई मतदान केंद्र सर्वाधिक नक्सल प्रभावित क्षेत्र के रूप में चिह्न्ति हैं. ऐसे में इन मतदान केंद्रों पर मतदान से दो दिन पहले ही केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती कर दी गयी है.
सुरक्षा में बख्तरबंद वाहन : राज्य पुलिस मुख्यालय ने बांका के कई इलाकों में रात में फोर्स मूवमेंट न करने का फरमान जारी कर रखा है. वहां बख्तरबंद वाहनों के भी इंतजाम किये गये हैं, ताकि बारूदी सुरंगों के संभावित रास्तों पर इसका इस्तेमाल किया जा सके.