दीपक राव
भागलपुर : भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि 25 वर्षो से बिहार की राजनीति अलग दौर से गुजर रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अकेले इसके भागीदार नहीं हैं, उनके साथ सुशील मोदी व नरेंद्र मोदी भी बराबर के भागीदार हैं. लालू जी खुद भ्रष्टाचार में लिप्त रहे हैं और आज महंगाई, बेरोजगारी व भ्रष्टाचार बढ़ाने वाली कांग्रेस सरकार के साथ खड़े हैं.
रामविलास पासवान ने जिन गुजरात दंगे व नरेंद्र मोदी के मुद्दे पर एनडीए से रिश्ता तोड़ा था, आज नरेंद्र मोदी के साथ खड़े हैं. लालू जी के राज में जनसंहार हुआ तो नीतीश जी के राज में न्याय का संहार हो रहा है. श्री भट्टाचार्य ने सोमवार को भागलपुर, जगदीशपुर और कहलगांव में भाकपा माले प्रत्याशी रिंकी के पक्ष में आयोजित चुनावी सभाओं को संबोधित किया.
मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है पार्टी
भागलपुर में स्टेशन चौक पर आयोजित सभा में उन्होंने कहा कि माले प्रत्याशी रिंकी आज जेल में बंद है. इसलिए नहीं कि अपराधी है, इसलिए कि छात्र-नौजवानों व आम-अवाम के सवाल पर खड़ी रहती थी. कहलगांव में भूमि अधिग्रहण के खिलाफ किसानों ने आंदोलन किया, जिसका नेतृत्व माले के रणधीर यादव ने किया था. उन पर सीसीए लगा दिया गया.
उन्होंने कहा कि भाकपा माले मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है. देश को आर्थिक संकट से बचाने जैसे बेरोजगारी-महंगाई, भ्रष्टाचार, कॉरपोरेट लूट बढ़ाने वाली नीतियों के खिलाफ चुनाव लड़ रही है. देश की कोई पार्टी मुद्दे पर चुनाव नहीं लड़ रही है. चाहे कांग्रेस हो या भाजपा दोनों कॉरपोरेट परस्त, नव उदारवादी नीतियों पर चल रही है. यह नीतियां जनविरोधी है. देश को एक वामपंथी दिशा देने की जरूरत है. रामविलास पासवान अपने बेटे को, लालू जी अपनी बेटी को राजनीति में ला रहे हैं. इस तरह से पूरे देश में राजनीति में परिवारवाद हावी है. परिवारवाद लोकतंत्र के लिए मजाक है.