छह बागी सांसदों को निष्कासित और तीन विधायकों को निलंबित कर चुका है जदयू
पटना : पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण लालगंज की जदयू विधायक अन्नू शुक्ला पर भी कार्रवाई की तैयारी है. प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने इसके संकेत दिये हैं. बताया जा रहा है कि अन्नू शुक्ला ने वैशाली से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला किया है. पार्टी उनके नामांकन का इंतजार कर रही है.
नामांकन के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है. प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि अन्नू शुक्ला भी पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रही हैं. वे भी पार्टी के अनुशासन से ऊपर नहीं हैं. इससे पहले शनिवार को जदयू ने तीन महिला विधायकों रेणु कुशवाहा, सुजाता देवी व पूनम यादव को पार्टी से निलंबित कर दिया है. अब इनकी सदस्यता समाप्त कराने की भी तैयारी की जा रही है. तीन विधायकों को निलंबित करने से पहले जदयू ने अब तक लोकसभा व राज्यसभा के छह सांसदों को भी पार्टी से निष्कासित किया है.
पूर्व मंत्री और बिहारीगंज की जदयू विधायक रेणु कुशवाहा पर अपने पति व मधेपुरा से भाजपा उम्मीदवार विजय कुमार कुशवाहा के पक्ष में वोट मांगने का आरोप है, जबकि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव वहां से प्रत्याशी हैं. उधर, खगड़िया की जदयू विधायक पूनम यादव पर अपनी बहन कृष्णा यादव (खगड़िया से राजद प्रत्याशी) के पक्ष में चुनाव प्रचार करने का आरोप है.
खगड़िया से दिनेश चंद्र यादव जदयू के उम्मीदवार हैं. इनके अलावा पीपरा की विधायक सुजाता देवी को भी निलंबित किया गया है. वह जदयू से भाजपा में शामिल हुए सुपौल के निवर्तमान सांसद विश्वमोहन कुमार की पत्नी हैं. उन पर सुपौल से भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में चुनाव प्रचार करने का आरोप है, जबकि जदयू की ओर से दिलेश्वर कामत प्रत्याशी हैं. इससे पहले हाल ही में सांसद सुशील कुमार सिंह, कैप्टन जय नारायण निषाद, पूर्णमासी राम, मंगनी लाल मंडल, शिवानंद तिवारी व साबिर अली को निष्कासित किया गया है.