पटना : आर ब्लॉक रोड नंबर एक के पास विद्युत अधीक्षण अभियंता (पटना विद्युत अंचल) कार्यालय के पीछे बनी झोंपड़ियों में रविवार की सुबह भीषण आग लग गयी. थोड़ी ही देर में 25 झोंपड़ियां जल कर खाक हो गयीं. आग लगने के बाद वहां कोहराम मच गया. लोग अपने कुछ सामान को ही बाहर निकालने में सफल हुए.
आग विद्युत अधीक्षण अभियंता कार्यालय के सामान्य प्रशासन विभाग व उसी कैंपस में स्थित पेसू पूर्वी कार्यालय के मीटर स्टोर के कमरे तक पहुंच गयी और वहां रखे दस्तावेज और पुराने व नये मीटर जल गये. इसके अलावा कमरों की खिड़कियां भी जल गयीं. घटना की जानकारी मिलने पर दमकल की पांच गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचीं और आग पर काफी मशक्कत के बाद काबू पाया. एक गाड़ी ही झोंपड़ी तक पहुंच पायी, बाकी दमकल रेलवे लाइन की बायें ओर स्थित सरकारी गोदाम की बाउंड्री में पहुंचे और वहां से लंबे पाइप को जोड़ कर आग बुझायी गयी. आग लगने का कारण फिलहाल किसी झोंपड़ी में खाना बनना बताया जाता है.
अगलगी में श्रीकृष्ण साहनी उर्फ कालिया, मो बेचू, मो अमानुल्लाह, कृष्ण महतो, रंजीत कुमार, धीरज, रवि, सोहन प्रसाद, मोहन, विवेक, नवनीत, रामप्रसाद, प्रताप महतो आदि की झोंपड़ियों में रखे पंखे, बेड, बरतन, चूल्हा, जेवरात आदि जल गये. इधर, जिला प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवारों के बीच नकदी व अनाज का वितरण किया गया. घटना के संबंध में सचिवालय डीएसपी शिबली नोमानी ने बताया कि अनुसंधान में यह बात सामने आयी है कि खाना बनाने के कारण आग लगी है. वैसे घटना के कारणों पर अनुसंधान जारी है.
हवा का रुख बदलने से कई झोंपड़ियां बचीं : सुबह करीब नौ बजे अचानक बीच की एक झोंपड़ी में आग लगी और वह धीरे-धीरे फैलने लगी. उस समय पछुआ हवा बह रही थी, जिसके कारण आग की लपटें काफी तेज हो गयीं और पश्चिम की बढ़ी. विद्युत विभाग की खिड़की में आग लगी और उसके बाद दस्तावेज व मीटर में भी आग लग गयी. इसी बीच हवा ने रुख बदला और पश्चिम से पूरब की ओर चलने लगी, जिसके कारण आग आगे पश्चिम की ओर नहीं बढ़ पायी और कई अन्य झोंपड़ियां बच गयीं.
नहीं फटा सिलिंडर : एक झोंपड़ी में एक बड़ा सिलिंडर भी था. लेकिन लोगों की किस्मत अच्छी रही कि उसमें आग नहीं लगी और उस समय तक फायर ब्रिगेड की टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी थी.