कटिहार में चुनावी सभा
कटिहार : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के गुजरात के विकास मॉडल पर कटाक्ष करने पर भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने केंद्र की संप्रग सरकार को आरएसवीपी (राहुल, सोनिया, वाड्रा, प्रियंका) मॉडल की संज्ञा देते हुए शनिवार को आरोप लगाया कि इस मॉडल का जादू देखिए कि जेब में एक लाख रुपये रखने वाले का चार साल में 300 करोड़ रुपये हो जाता है.
कटिहार में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने अपने प्रदेश गुजरात के विकास मॉडल पर राहुल के कटाक्ष पर उन पर पलटवार करते हुए केंद्र की संप्रग सरकार को ‘आरएसवीपी मॉडल’ की संज्ञा दी. मोदी का इशारा एक अमेरिकी अखबार में सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा को लेकर छपी एक खबर की ओर था.
मोदी ने हिंदुस्तान की राजनीति में आरएसवीपी का खेल खेले का आरोप लगाते हुए कहा कि कल अमेरिका के एक अखबार ने एक नया मॉडल प्रस्तुत किया, जिसमें जेब में एक लाख रुपया हो तो चार साल में तीन सौ करोड़ रुपये हो जाने की बात कही गयी है. मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं उपाध्यक्ष राहुल गांधी की ओर इशारा करते हुए कहा कि मां-बेटे की सरकार ने ऐसा जादुई मॉडल दिया कि जेब में एक लाख रुपया है और वह चार साल में तीन सौ करोड़ रुपये हो जाते हैं. उन्होंने इसे ‘आरएसवीपी मॉडल’ बताते हुए कहा कि आर मतलब राहुल, एस मतलब सोनिया, वी मतलब वाड्रा और पी मतलब प्रियंका है. मोदी ने कहा कि राहुल जी आप गुजरात के मॉडल की गांव-गांव घूमकर चर्चा कर रहे हो, अब देश को जानना है कि मां-बेटे का मॉडल कौन सा है.
रोजगार नहीं दे सकता यह मॉडल : नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पूर्व मीडिया सलाहकार द्वारा लिखी गयी पुस्तक की चर्चा करते हुए कहा कि इससे पता चल गया है कि देश को मनमोहन सिंह नहीं चला रहे हैं, यह मां-बेटे की सरकार है और यह मां-बेटे की सरकार आपके भाग्य और जीवन को नहीं बदल सकते हैं. उन्होंने नौजवानों से कहा कि अगर वे अपना और अपने माता-पिता का भाग्य बदलना चाहते हैं, तो मां-बेटे के मॉडल से मुक्ति प्राप्त कर लें, क्योंकि यह मॉडल आपको रोजगार नहीं दे सकता है.