राकेश पुरोहितवार
भागलपुर : भागलपुर से जुड़े तीन रेलखंडों के हॉल्ट-स्टेशन को उग्रवादी निशाना बना सकते हैं. इन रेल खंडों में उग्रवादी किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं. यह खुलासा विशेष शाखा के एसपी ने जमालपुर रेल एसपी को पत्र भेज कर किया है. विशेष शाखा ने इन रेलखंडों पर विशेष चौकसी बरतने का भी सुझाव दिया है. पत्र में जिक्र है कि इन रेल खंडों में पड़ने वाले हॉल्ट, रेल लाइन, स्टेशन, रेल कर्मचारी, रेल पुलिस थाना, रेलवे स्कॉर्ट पार्टी रेल पुल-पुलिया पर उग्रवादी हमला कर सकते हैं. इसलिए तीनों रेलखंडों के 100 से अधिक स्टेशन, हॉल्ट की विशेष सुरक्षा की जाये.
घट चुकी है कई नक्सली वारदात : इन रेलखंडों में कई नक्सली वारदात घट चुकी है. हावड़ा-मोकामा पैसेंजर ट्रेन में सिमुलतला (जमुई) स्टेशन के पास महिला उग्रवादियों ने पुलिस स्कॉर्ट पार्टी पर हमला कर राइफल लूट लिया था. पुलिस जवानों की आंखों में मिरची पाउडर झोंक कर उनकी ही राइफल से उन्हें चलती ट्रेन में गोली मारी गयी थी. नक्सलियों ने झाझा रेल थाना पर हमला कर, पुलिस जवान की हत्या कर दी थी व हथियार लूट लिया था. हाल में भलुई हॉल्ट के पास नक्सलियों ने धनबाद-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन पर हमला कर दिया था. इसके अलावा जमालपुर में इंटरसिटी एक्सप्रेस को हमला कर तीन जवानों की हत्या नक्सलियों ने हत्या कर दी और हथियार लूट कर ले गये थे.
इन रेल खंडों पर उग्रवादियों का खतरा
– भागलपुर-जमालपुर-किऊल रेल खंड
– भागलपुर-बांका (मंदारहिल) रेल खंड
– लखीसराय-जमुई-जसीडीह रेल खंड
यहां है नक्सलियों के जुटने की सूचना : लखीसराय : पीएलजीए (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) के 20-25 नक्सली कोशी टोला, शीतला टोला, हनुमान स्थान और कानीमोह (उत्तर-पश्चिम गुरमाहा जंगल, चांदन, लखीसराय) में सेल्टर लिये हुए हैं. सारे नक्सली इंटरसिटी एक्सप्रेस के हमले में शामिल थे.
जमुई : बरहट थाना क्षेत्र में पड़ने वाले गुरमाहा जंगल व नारोकोल जंगली क्षेत्र के उत्तरी भाग में नक्सलियों का सशस्त्र दस्ता आश्रय लिये हुए है. खैरा थाना क्षेत्र ग्राम धक कश्मीर से एक-दो किलोमीटर पश्चिम एक छोटे डैम के समीप भी नक्सलियों ने डेरा जमाया है. भाकपा माओवादी के प्रमुख उग्रवादी चिराग उर्फ जोरहन, बशीर उर्फ कुंवर यादव (जोनल सदस्य इबीएनजे जोन) और राजेश राणा उर्फ पिंटू राणा के नेतृत्व में एक दल खैरा थाना क्षेत्र के चतरो जंगल में आश्रय लिये हुए है.
मुंगेर : भाकपा माओवादियों का एक ग्रुप धरहरा थाना क्षेत्र के गोरियाकोल जंगली इलाके में आश्रय लिये हुए हैं, जो भीमबांध के सीआरपीएफ जवानों के हमले में शामिल थे.