औरंगाबाद/रांचीःऔरंगाबाद जिले के ढिबरा थाने के बरंडा मोड़ के पास भाकपा-माओवादी की ओर से लगायी गयी बारूदी सुरंग की चपेट में आने से दो जवान व एक डिप्टी कमांडेंट शहीद हो गये. सीआरपीएफ के जवान टी पन्ना की मौत घटनास्थल पर हो गयी, जबकि पवन कुमार ने औरंगाबाद में इलाज के क्रम में दम तोड़ दिया. डिप्टी कमांडेंट इंद्रजीत सिंह ने रांची स्थित अपोलो अस्पताल में दम तोड़ दिया. सोमवार की दोपहर हुई इस घटना में ढिबरा थानाध्यक्ष अमर कुमार चौधरी, दारोगा अजय कुमार व सीआरपीएफ के सात जवान घायल हो गये.
घायल जवानों में दिलीप कुमार, विजय सिंह, वीरेंद्र कुमार दास को रांची में भर्ती कराया गया है, जबकि राजवीर सिंह, अशोक कुमार व तारसेन सिंह को पटना में एक एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
देव-ढिबरा (वाया बालूगंज) मुख्य पथ पर स्थित बरंडा मोड़ के पास माओवादियों द्वारा बारूदी सुरंग लगाये जाने की सूचना पुलिस को मिली थी. ढिबरा थानाध्यक्ष अमर कुमार चौधरी, दारोगा अजय कुमार सहित सीआरपीएफ के अधिकारी व जवान मौके पर पहुंचे और मेटल डिटेक्टर से बारूदी सुरंगों के स्थानों की पहचान की. थानाध्यक्ष ने बारूदी सुरंगों को निष्क्रिय करने के लिए पुलिस मुख्यालय से बम निरोधक दस्ते की मांग की. पुलिस के वरीय अधिकारियों ने गया पुलिस व डेहरी ऑन सोन स्थित बीएमपी-दो से बम निरोधक दस्ते के लिए संपर्क किया. लेकिन, बम निरोधक दस्ता भेजने में अधिकारियों ने असमर्थता जतायी. इस दौरान घटनास्थल पर पहुंचे सीआरपीएफ के जवानों ने बम निष्क्रिय करने का विशेषज्ञ बता कर सड़क में लगायी गयी बारूदी सुरंग को निकालने की कोशिश की. इस दौरान विस्फोट हो गया.
डीएम व एसपी पहुंचे अस्पताल
घटना की जानकारी मिलते ही डीएम अभिजीत सिन्हा, एसपी उपेंद्र कुमार शर्मा सहित अन्य वरीय अधिकारी सदर अस्पताल पहुंचे और घायलों की जानकारी ली. पुलिस को जानकारी मिली है कि घटनास्थल पर दो और बारूदी सुरंग लगायी गयी हैं. सीआरपीएफ व कोबरा के वरीय अधिकारी घटनास्थल पर कैंप कर रहे हैं.
एसपी ने मानी चूक, रहेंगे सतर्क
एसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने माना है कि उक्त घटना के पीछे चूक हुई है. आगे से सबको अलर्ट रहने को कहा गया है. शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कराने के लिए हरसंभव कदम उठाये जा रहे हैं.
गया में मिले दो बारूदी सुरंग
गया जिले के झारखंड की सीमा पर नक्सलग्रस्त इलाकों में बारूदी सुरंग मिलने का सिलसिला जारी है. सोमवार को भी कोठी थाने के बिराज-सोहैल मुख्य पथ स्थित मध्य विद्यालय, बिराज के पास भाकपा-माओवादी संगठन द्वारा लगायी गयी दो शक्तिशाली बारूदी सुरंगों का खुलासा पुलिस ने किया.
दोनों बारूदी सुरंगों का वजन करीब 20-20 किलो था. घटनास्थल पर पहुंचे कोठी थानाध्यक्ष साजिद हुसैन व सीआरपीएफ इंस्पेक्टर सुदर्शन कुमार सिंह सहित बम निरोधक दस्ते ने स्नीफर डॉग व मेटल डिटेक्टर के सहारे स्थिति का पता लगा कर दोनों सुरंगों को बाहर निकाला. इसके बाद वरीय अधिकारियों के निर्देश पर बम निरोधक दस्ते ने दोनों बारूदी सुरंगों को खेत में डेटोनेटर से विस्फोट करा दिया. विस्फोट के दौरान जोरदार धमाका हुआ. मौके पर मौजूद पुलिस व सीआरपीएफ के अधिकारियों की मानें, तो ये बारूदी सुरंगें इतनी शक्तिशाली थीं, जिनके विस्फोट होने से पुलिस के एंटी लैंडमाइंस वाहन के भी परखचे उड़ जाते. एसएसपी निशांत कुमार तिवारी ने बताया कि उस इलाके में छापेमारी शुरू कर दी गयी है. गौरतलब है कि गत दो अप्रैल को बांकेबाजार थाने के डुमरावां-महापुर मुख्य पथ पर स्थित बरहेता गांव के समीप 30 किलो की बारूदी सुरंग का खुलासा हुआ था. इसके बाद चार अप्रैल को इमामगंज थाने के पकरी गुरिया से लुटुआ जानेवाली कच्ची सड़क में कोठिलवा गांव के पास 10-10 किलो के तीन केन बम बरामद हुए थे. साथ ही पांच-पांच किलो के 24 पाइप बम व पांच-पांच किलो के 10 बोरे विस्फोटक भी मिले थे.