गोपालगंज : गंडक नदी के कटाव से बचाव के लिए चल रहे निर्माण कार्य को ग्रामीणों ने रविवार को रोक दिया. गांववालों ने निर्माण कार्य में अनियमितता का आरोप लगाया है. वे नदी की धारा को रोकने के लिए ठोकर बनाने की मांग कर रहे हैं. बांस से निर्माण कार्य कराने पर गुस्साये ग्रामीणों ने जम कर हंगामा किया. ग्रामीणों ने इसमें पत्थर और बालू डाल कर मजबूत कराने की मांग की है. जगीरी टोले के लोगों के गुस्से को देखते हुए बाढ़ नियंत्रण विभाग ने हाथ खड़े कर दिये हैं.
गंडक नदी के कटाव से बचाव के लिए जल संसाधन विभाग ने कुचायकोट के काला मटिहिनिया , कठघरवां और बैकुंठपुर के फैजुल्लाहपुर में निर्माण कार्य शुरू कराया है. सदर प्रखंड के कठघरवां में जेट जेपी के तहत एक करोड़ रुपये की लागत से कटाव को रोकने के लिए काम किया जा रहा है.
पिछले साल आयी बाढ़ के बाद विभाग के मुख्य अभियंता दिनेश कुमार चौधरी के नेतृत्व में विशेषज्ञों की टीम ने तटबंध का सर्वे किया था. इसके बाद जिले में तीन स्थानों पर जेट जेपी कार्य की मंजूरी मिली थी. विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार गंडक नदी के तीनों साइड पर निर्माण कार्य शुरू हुआ था. इस बीच कठघरवा में मेहदिया, मकसुदपुर खाप और कठघरवा के बीच तीन किलोमीटर के रेंज में इस निर्माण कार्य को कराया जा रहा था. रविवार को ग्रामीणों ने निर्माण कार्य को रोक दिया और हंगामा किया.
क्या है ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों की मांग है कि नदी में बेडवार और ठोकर बना कर नदी की धारा को रोकने का काम अभी से ही किया जाना चाहिए . 2013 की बाढ़ में कठघरवा पंचायत के पांच गांव पूरी तरह से नदी मे समा गये थे. 10 हजार से अधिक की आबादी बेघर होकर बांध और ऊंचे स्थलों पर आज भी रह रहे हैं. ग्रामीण इस बात को लेकर भयभीत है कि जिस प्रकार निर्माण कार्य चल रहा है, इससे आनेवाली बाढ़ से तबाही से रोक पाना मुश्किल होगा. ग्रामीण सतन प्रसाद, राजीव कुमार, लखन बिंद, राजेश सहनी, रंजन सिंह, रूपेश सिंह, शिवनाथ चौधरी आदि ने विरोध जताया है.