पटना: भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के आरोपों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पलटवार किया है. मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को कहा कि लगता है कि उनको बिहार से चिढ़ है और हम यहां रह रहे हैं, तो मुझ से भी चिढ़ है. उनको लगता है कि उनके रास्ते के सबसे बड़े बाधक हम ही हैं. देश में दो बाधकों में एक हम ही दिखायी देते हैं. इसलिए वह बिहार और यहां लोगों से खीज निकाल रहे हैं. चुनाव प्रचार से पटना लौटने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि कहीं ‘ग्रहण’ नहीं लगा है. उन्हें बस विकास की चीजें दिखायी नहीं पड़ रही हैं. नकली माहौल पैदा करने की कोशिश हो रही है, लेकिन वह कामयाब नहीं होनेवाले हैं. हम देश भर में ग्रहण नहीं लगने देंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा, जब से भाजपा नये अवतार में आयी है, एक ही मंत्र पर काम कर रही है. एक झूठ को बार-बार दोहराया जा रहा है. गोयबल्स के सिद्धांत पर आधारित रणनीति पर काम हो रहा है. पूंजीपतियों के बल पर संचार माध्यम से माहौल पैदा करने की कोशिश हो रही है, जिसमें वे कभी सफल नहीं होंगे. नीतीश ने कहा कि आतंकवाद एक बड़ा मसला है, लेकिन भाजपा के लोग उसे सांप्रदायिक चश्मे से देखते हैं.
इसके प्रति गंभीर नहीं होते हैं और लगातार अल्पसंख्यक समाज को टारगेट करके उन पर आरोप लगाते हैं. गुरुवार के भाषण में बिहार में हुई आतंकवादी घटनाओं का जिक्र किया गया. पटना के गांधी मैदान में आतंकी घटना के बाद कम समय में गिरफ्तारी हुई. निशानदेही पर भी कई गिरफ्तारियां हुईं. बोधगया के लिए कहा गया कि लहूलुहान हो गया, यह तो विचित्र बात है. जब गुजरात में आतंकी घटनाओं में लोग लहूलुहान हुए थे, तो वे उन्हें देखने तक नहीं गये थे. यहां तरह-तरह की बात करते हैं. कहते हैं बोधगया में आतंकी हमले के बाद पर्यटन घट गया, पर सत्य तो यह है कि 2012-13 की तुलना में 2013-14 में ज्यादा पर्यटक आये हैं. बिहार पर्यटन विकास निगम ने अपनी बेवसाइट पर इसका डाटा भी डाला है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को देश में सबसे ज्यादा बोनस बिहार सरकार ने ही दिया. सूखे की स्थिति थी. चार जिलों को छोड़ 34 जिले सुखाड़ घोषित किये गये. धान खरीद में 10 लाख मीट्रिक टन लक्ष्य के विरुद्ध अब तक 9.86 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद कर ली गयी है. बिजली के बारे में भी तरह-तरह की बात करते हैं, यह नहीं देखते कि हमने कहां से शुरू किया था. शून्य मेगावाट से चल कर 23 सौ मेगावाट तक का सफर तय किया है. इस साल तीन हजार मेगावाट और अगले साल चार हजार मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य है. मुख्यमंत्री ने प्रदेश भाजपा के नेताओं पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जब बिहार के विकास का श्रेय लेना हो, तो ये नेता खुद लेना चाहते हैं और जब बिहार का मजाक उड़ाया जाता है, तो मंच पर बैठ कर ताली बजाते हैं.
बिंदुवार जवाब
पटना ब्लास्ट के बाद कम समय में हुईं कई गिरफ्तारियां
गुजरात में आतंकी घटनाओं में लोग लहूलुहान हुए थे, तो वे उन्हें देखने तक नहीं गये
बोधगया में आतंकी हमले के बाद पर्यटकों की संख्या घटी नहीं, बल्कि बढ़ी
किसानों को देश में सबसे ज्यादा बोनस बिहार सरकार ने ही दिया
बिजली में हमने शून्य से चल कर 23 सौ मेगावाट तक
का सफर तय किया, अगले साल चार हजार मेगावाट तक पहुंच जायेंगे