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सरगना के पास दो पासपोर्ट कर चुका है विदेशों की सैर

क्लोन चेक से करोड़ों की निकासी का मामला पटना : पटना के कई थाना क्षेत्रों में बैंकों से क्लोन चेक के माध्यम से करोड़ों की निकासी करनेवाले गिरोह का सरगना प्रसनजीत उर्फ अमित के साथ पुलिस ने उसकी प्रेमिका नरगिस व सहयोगी पिंटू को भी गिरफ्तार किया है. उसके घर से पुलिस टीम ने एटीएम […]

क्लोन चेक से करोड़ों की निकासी का मामला
पटना : पटना के कई थाना क्षेत्रों में बैंकों से क्लोन चेक के माध्यम से करोड़ों की निकासी करनेवाले गिरोह का सरगना प्रसनजीत उर्फ अमित के साथ पुलिस ने उसकी प्रेमिका नरगिस व सहयोगी पिंटू को भी गिरफ्तार किया है. उसके घर से पुलिस टीम ने एटीएम कार्ड, पासबुक, मुहर, विदेशी करेंसी, शराब की बोतलों के साथ ही तीन पासपोर्ट भी बरामद किये थे. जिसमें से दो पासपोर्ट प्रसनजीत ने अपने नाम पर बनवा रखा था. एक उसकी प्रेमिका के नाम पर था.
प्रसनजीत के कई नाम थे. उसने अपना नाम अमित, विट्टू, चार्ल्स ब्रुकलीन, रेयान खान, निरूद्धीन व सफी अहमद रखा था. वह जिस देश में सैर करने जाता वह उसी तरह का नाम रखता था. वह हाल में इसी पासपोर्टके आधार पर साइप्रस से घूम कर आया था. वह फ्रांस, इंग्लैंड आदि देश भी घुम चुका है. वहां की कुछ करेंसी भी उसके पास से बरामद हुई है.
ऐसे पकड़ में आया सरगना : इस गिरोह ने कुछ दिन पहले व्यवसायी अजय कुमार जगनानी के खाते से एक लाख 95 हजार दूसरे खाता में ट्रांसफर कर दिया था. इस संबंध में कदमकुआं थाने में कांड संख्या 281/17 चार जुलाई को दर्ज किया गया था. पुलिस ने बैंक कर्मचारियों से पूछताछ की.
जांच के दौरान पता चला कि क्लोन चेक से व्यवसायी की राशि को चार्ल्स ब्रुकलीन के नाम से चेक निर्गत कर फर्जी खाते में डाला गया. फिर उसमें से एक लाख 30 हजार रुपये नरगिस खातून नाम की महिला के खाता में ट्रांसफर कर दिया गया. पुलिस बैंक एकाउंट में दिये गये पता के आधार पर नरगिस के सुल्तानगंज आवास पर पहुंच गयी और उसे हिरासत में ले लिया. इसके बाद पुलिस बुधवार को नरगिस की निशानदेही पर गर्दनीबाग के महादेवनगर स्थित फ्लैट पर पहुंची, जहां से प्रसनजीत व पिंटू को गिरफ्तार किया गया.
सरगना ने क्लोन चेक से पैसे निकालने के लिए पूरे देश में इंतजाम कर रखा था. इसके पास से जो पासबुक व एटीएम बरामद हुए हैं, वह ओड़िशा, पंजाब, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश व अन्य राज्यों के बैंकों के हैं.
उसके पास से 123 एटीएम बरामद हुए हैं, जो उसने फर्जी नाम व पता पर एकाउंट खुलवा कर हासिल कर लिया था. साथ ही यह गिरोह किसी को भी नौकरी या बिजनेस कराने का झांसा देकर उसका फोटो व आइकार्ड ले लेता था और फिर एकाउंट खुलवाने के बाद उससे रिसीव करा कर अपने पास जमा करा लेता था और फिर दूसरे के पैसों को उनके खाते में स्थानांतरित कर एटीएम से पैसे निकाल लेता था.
जांच के घेरे में पासपोर्ट : सरगना प्रसनजीत ने दो पासपोर्ट पटना कार्यालय से ही बनवाया था. दोनों में पता एक ही था. पुलिस ने जब एक ही नाम से दो पासपोर्ट को देखा तो प्रसनजीत से पूछताछ की. पुलिस को शक हो गया कि दोनों पासपोर्ट में कहीं भी डुप्लीकेट नहीं लिखा था.
नंबर भी अलग-अलग थे. एक पासपोर्ट 17 जुलाई, 2007 को जारी किया गया था. जबकि, दूसरा पासपोर्ट 12 मार्च, 2010 को इश्यू हुआ था. पुलिस ने इस संबंध में पासपोर्ट अधिकारी से संपर्क किया. पासपोर्ट अधिकारी ने जानकारी दी कि एक व्यक्ति का डबल पासपोर्ट नहीं हो सकता. अगर कोई पासपोर्ट खो भी जाता है, तो उसे वही पासपोर्ट नंबर इश्यू किया जाता है, जो पहले वाले पासपोर्ट में है. अब पुलिस पासपोर्ट ऑफिस से इसकी जानकारी लेगी. पासपोर्ट विभाग ने भी इस मामले की जांच शुरू कर दी है.
करोड़ों की संपत्ति बनायी:
सरगना पटना, दिल्ली, मुंबई व अन्य जगहों पर कई फ्लैटों का मालिक बन बैठा. इन दिनों वह नरगिस के संपर्क में था. पुलिस ने जब गर्दनीबाग स्थित उसके फ्लैट की तलाशी ली तो कई कागजात, मुहर, कंप्यूटर, स्कैनर व प्रिंटर बरामद किये गये. उसने पूछताछ में स्वीकार कर लिया कि वह चेक का क्लोन तैयार कर लेता था. उसने यह जानकारी नहीं दी कि किस तरह से किसी का चेक व हस्ताक्षर की जानकारी मिलती थी. पुलिस को दो और लोगों की तलाश है.
दोनों को मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. दोनों के नाम, पता की जानकारी पुलिस को हो चुकी है. एसएसपी मनु महाराज से बैंककर्मियों की संलिप्तता के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अब तक की जांच में किसी बैंककर्मी की संलिप्तता की बात सामने नहीं आयी है. अनुसंधान किया जा रहा है. जो भी दोषी होंगे उन्हें गिरफ्तार किया जायेगा.

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