अधर में 250 नये प्रखंडों का गठन
पटना: सूबे में नये प्रखंडों के गठन का मामला अधर में है. ग्रामीण विकास विभाग को विभिन्न जिलों से 250 नये प्रखंडों का प्रस्ताव मिला है. प्रस्ताव विधायक, जनप्रतिनिधि व सामाजिक संगठनों ने दिया है. चुनाव आचार संहिता के पूर्व सरकार ने नये प्रखंडों के प्रस्ताव पर विचार के लिए मंत्रियों के समूह का गठन किया था. इनमें जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, राजस्व व भूमि सुधार मंत्री रमई राम और ग्रामीण विकास मंत्री नीतीश मिश्र शामिल किये गये हैं. पिछले वर्ष समिति की दो बैठक भी हुई, लेकिन कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है. इधर,चुनाव के कारण यह मामला अधर में है. ग्रामीण विकास विभाग जिलों से रिपोर्ट मिलने का इंतजार कर रहा है. रिपोर्ट में नये प्रखंडों के नक्शे, जनसंख्या, पुराने प्रखंड से दूरी व पंचायतों का ब्योरा शामिल रहेगा. हाल ही में रोहतास,औरंगाबाद व खगड़िया जिलों को विस्तृत ब्योरा देने के लिए रिमाइंडर भेजा गया है.
रोहतास जिले में जिन नये प्रखंडों के गठन का प्रस्ताव मिला है, उनमें नटवर, बधुआ कला, चैनपुर, भलुनीधाम, अगरेर, टडवा, दरिगांव, सिरिस, मौजा आलमपुर, बड्डी, बराव, गोंडारी, कछवां, बंड़ा, बड़हरी व पसौली शामिल हैं. इसी तरह से औरंगाबाद जिले में बरही बाजार, पचरुखिया, वार, जमहौर, खुदवा, देवकुंड, उपहरा एवं डिहरी,पौथू ,चैनपुर,समरा, भदवा,भरुब, डिबरा, कजपा व बालूगंज प्रखंड शामिल हैं. खगड़िया जिले में सात नये प्रखंडों के गठन का प्रस्ताव है.
लक्ष्य की 30 फीसदी धान की खरीद
पटना: धान खरीद का मामला चुनाव की शोर में थम गया है. खरीद का मुद्दा उठाने वाले नेता चुनाव की तैयारी में जुट गये हैं. सरकार ने राज्य में 30 लाख मीटरिक टन धान खरीद का लक्ष्य तय किया है. 24 लाख मीटरिक टन धान पैक्स और छह लाख मीटरिक टन धान राज्य खाद्य निगम (एसएफसी) से कराने का निर्णय लिया है. सहकारिता विभाग की सूचना के अनुसार लक्ष्य के 30 फीसदी धान की खरीद हुई है. अब तक सात लाख 12 हजार 339 मीटरिक टन धान की खरीद हो सकी है. राज्य खाद्य निगम लगभग दो लाख मीटरिक टन धान की खरीद कर सका है. अधिकारियों ने बताया कि इस साल धान की सामान्य उपज के आधार पर खरीद का बड़ा लक्ष्य तय किया है, लेकिन सुखाड़ की वजह से धान की कम उपज के कारण धान की खरीद नहीं हो सकी. विभागीय अधिकारी ने बताया कि राज्य में 8463 पैक्स हैं. विभाग ने धान की खरीद के लिए 6367 पैक्स के माध्यम से धान खरीद का निर्णय लिया है. अधिकारी ने बताया कि अब तक 5553 पैक्स में ही धान की खरीद हो सकी है. अधिकारी ने बताया कि विभाग का आकलन है कि इस साल लक्ष्य की आधी खरीद भी हो जाये, तो बड़ी उपलब्धि होगी. विभागीय प्रधान सचिव अतुल प्रसाद ने कहा कि राज्य में धान की उपज के कारण निर्धारित लक्ष्य पूरा नहीं किया जा सका है. विभाग के आकलन के अनुसार राज्य में 15 अप्रैल तक पैक्स और एसएफसी के माध्यम से 10-12 लाख मीटरिक टन से अधिक धान की खरीद हो सकेगा. उन्होंने कहा कि कहीं से भी धान खरीद में किसानों को परेशानी की कोई सूचना नहीं मिल रही है.