रोशन कुमार
गया : लोकसभा चुनाव में बारूदी सुरंग के जरिये विध्वंसक कार्रवाई करने के उद्देश्य से भाकपा-माओवादी संगठन द्वारा गया जिले में विस्फोटक पदार्थो की बड़ी खेप लाये जाने की खुफिया जानकारी पुलिस अधिकारियों को मिली है. इससे पुलिस महकमा सतर्क हो गया है. शेरघाटी अनुमंडल के जंगली इलाकों में माओवादियों द्वारा प्रयोग की जानेवाली सप्लाइ लाइन पर पहरेदारी बढ़ा दी गयी है.
सूचना है कि गुरुवार को सिटी एसपी चंदन कुशवाहा के नेतृत्व में डुमरिया थाने के गोटीबांध, खरदाग सहित आसपास के जंगलों में सीआरपीएफ, कोबरा, एसटीएफ व जिला पुलिस के सैकड़ों जवान कांबिंग ऑपरेशन चलाया. हालांकि, देर शाम तक चले इस ऑपरेशन में पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली, लेकिन सूचना है कि झारखंड के सीमावर्ती इलाके के लोगों में पुलिस की गतिविधि से हड़कंप मच गया है.
सिरदर्द बनेंगी कच्ची सड़कें : एक बार फिर लोकसभा चुनाव में कच्ची सड़कें पुलिस के लिए सिरदर्द बनेगी. गांव की कच्ची सड़कों व इमामगंज से डुमरिया तक मुख्य सड़कों में माओवादियों द्वारा बारूदी सुरंग लगाये जाने की आशंका व्यक्त की जा रही है. बांकेबाजार से इमामगंज तक मुख्य सड़क में अधूरे पड़े पुलों के डायवर्सन भी कच्चे है. इन डायवर्सनों में बारूदी सुरंग आसानी से लगाया जा सकता है. वर्ष 2010 के विधानसभा के चुनाव में शेरघाटी-बांकेबाजार मुख्य पथ पर बिहरगाई मोड़ के पास स्थित डायवर्सन में माओवादियों ने पांच किलो के रसोई गैस सिलिंडर के रूप में बारूदी सुरंग लगा दिया था.
यह तो महज संयोग था कि मतदान के दिन उस राह से गुजर रहे जवानों की नजर डायवर्सन से कुछ दूरी पर खड़े एक व्यक्ति की हरकत पर गई. जवानों ने मेटल डिटेक्टर से सड़क की जांच की, तो बारूदी सुरंग लगाये जाने का खुलासा हुआ. इससे पहले एक घंटा पहले माओवादियों द्वारा मैगरा के कालीदह-नंदई मुख्य सड़क पर लोंदा गांव के पास एक पुलिया में लगाये गये बारूदी सुरंग की चपेट में आने से बम निरोधक दस्ते के जवान अनिल कुमार व होमगार्ड बालेश्वर प्रसाद शहीद हो गये थे. साथ ही इलेक्ट्रॉनिक चैनल के किशोर कुमार व मनोज कुमार सहित तीन पत्रकार व डुमरिया थाने के करीब एक दर्जन जवान घायल हो गये थे. इसी दौरान बाराचट्टी थाना क्षेत्र में एक बारूदी सुरंग की चपेट में आ जाने से एक जवान शहीद हो गया था और कई जवान घायल हो गये थे.