जमुई: बिहार के जमुई और लखीसराय जिलांे की सीमा पर किउल नदी किनारे स्थित नबीनगर घाट पर बालू निकासी के काम में लगे 10 मजदूरों को पिछले 13 मार्च को माओवादियों ने अपहृत कर लिया था. इसमें से शेष सात को भी माओवादियों ने कल देर शाम मुक्त कर दिया.जमुई के पुलिस उपाधीक्षक सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि माओवादियों ने गत 13 मार्च की देर शाम को अपहृत इन दस मजदूरों में से अनिल यादव और उमेश यादव समेत तीन मजदूरों को अपने साथ ले जाते समय ही रास्ते में छोड दिया था और शेष सात मजदूरों को कल देर शाम मुक्त कर दिया जो एक ट्रेन पर सवार होकर मलयपुर रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद अपने-अपने घर चले गए थे.
उन्होंने बताया कि कल देर शाम रिहा किए गए सात मजदूरों में जमुई जिला के अंजय सिंह, राजू यादव, पप्पू यादव और बच्चू यादव, पडोसी जिला लखीसराय निवासी जितेश साव तथा पटना जिला निवासी राजीव सिंह एवं बमबम सिंह शामिल हैं.
सुरेंद्र ने बताया कि पुलिस को इसकी सूचना मिलने पर इन सातों मुक्त मजदूरों को जमुई जिला मुख्यालय लाया गया है जहां उनकी मेडिकल जांच सदर अस्पताल में कराये जाने पर उन्हें स्वस्थ पाया गया. उन्होंने बताया कि इन मजदूरों से पुलिस यह पता लगाने का प्रयास करेगी कि अपहरण के दौरान माओवादियों ने उन्हें कहां रखा था एवं वे रिहा किए जाने के बाद मलयपुर रेलवे स्टेशन कैसे पहुंचे.
माओवादियों द्वारा मुक्त किए गए इन मजदूरों से पूछताछ के बाद उन्हें उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया जाएगा तथा उनके बयान के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी. माओवादियों ने इन मजदूरों को स्थानीय बालू ठेकेदारों द्वारा लेवी देने से इंकार किए जाने पर अपहृत किया था.