नयी दिल्ली : स्टार पहलवान योगेश्वर दत्त ने पेशेवर कुश्ती लीग (पीडब्ल्यूएल ) के दूसरे सत्र में हिस्सा नहीं लेंगे क्योंकि आज उन्होंने नीलामी में शामिल नहीं होने का फैसला किया जिसमें बजरंग पूनिया भारत के सबसे महंगे खिलाडी बनकर उभरे. उन्हें दिल्ली की फ्रेंचाइजी ने 38 लाख रुपय में खरीदा. रियो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता जार्जिया के व्लादिमेर खिनचेगाशविली को पंजाब ने 48 लाख रुपये में खरीदा और वह पीडब्ल्यूए-2 के सबसे महंगे खिलाडी साबित हुए.
दिल्ली ने मारिया स्टैडनिक पर 47 लाख रुपये खर्च किये और इस तरह से वह नीलामी में सबसे महंगी महिला पहलवान बनी जबकि भारतीय स्टार साक्षी मलिक को केवल 30 लाख रुपये ही मिले. यहां तक कि साक्षी मलिक को 2016 की राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता रितु फोगाट ने भी पीछे छोड दिया. उन्हें नयी फ्रेंचाइजी जयपुर ने 36 लाख रुपये में खरीदा और इस तरह से वह सबसे महंगी भारतीय महिला पहलवान रही. फोगट बहनों गीता, बबिता, रितु और संगीता चारों को कुल 70 लाख रुपये की राशि मिली.
साक्षी हालांकि नीलामी में कम धनराशि मिलने के बावजूद खुश थी क्योंकि उनके मंगेतर सत्यव्रत कादियान को भी दिल्ली ने खरीदा है. रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता ने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि मैं उसी टीम में हूं जिसमें सत्यव्रत है. ” लंदन ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता और पिछले साल हरियाणा की फ्रेंचाइजी से खेलने वाले योगेश्वर ने पहले भी कहा था कि उनका लीग में खेलना संदिग्ध है क्योंकि दो से 19 जनवरी के बीच होने वाले टूर्नामेंट के दौरान ही उनकी शादी भी होनी है. योगेश्वर ने कहा, ‘‘मेरी शादी और शादी से जुडे कार्यक्रम भी इस दौरान होंगे, इसलिए मैंने इस साल पीडब्ल्यूएल में नहीं खेलने का फैसला किया.”