नयी दिल्ली : भारतीय मुक्केबाजी की प्रशासनिक गड़बडी का कोई अंत नहीं दिखता और नये महासंघ को गठित करने लिये होने वाले चुनावों को आज भ्रष्टाचार के आरोपों से करारा झटका लगा है. चुनाव में अध्यक्ष पद के लिये एक उम्मीदवार रोहित जैन ने आरोप लगाया कि 25 सितंबर को होने वाले चुनावों में ‘हेराफेरी’ के लिये पैसे का इस्तेमाल किया जा रहा है.
जैन ने कहा, ‘‘पैसे का लेनदेन किया जा रहा है. यहां तक कि निर्विरोध चुने जाने के लिये 25 लाख रुपये देने के लिये कहा गया था, मैंने इससे इनकार कर दिया तो अब नतीजा यह है कि अजय सिंह ने सदस्यों को खरीद लिया है. उनका नाम पता नहीं कहां से आ गया, निश्चित रुप से धन का लेन देन इसमें भूमिका अदा कर रहा है. ” जैन ने दावा किया कि महासचिव पद पर लड़ने वाले जय कोहली ने उन्हें इस सौदे की पेशकश की थी. उन्होंने कहा, ‘‘वह मुझसे यह सौदा करने के लिये दिल्ली आये.
उन्होंने मुझसे कहा कि वह मुझे निर्विरोध अध्यक्ष चुनवा सकते हैं अगर मैं उन्हें महासचिव पद के लिये अनुमोदित करने के लिये तैयार हूं. मैंने इससे भी इनकार कर दिया. ” हालांकि समन्वयक समिति के समन्वयक असित बनर्जी ने इन आरोपों से इनकार किया. उन्होंने जैन द्वारा लगाये गये आरोपों को खारिज करते हुए कहा, ‘‘मैं इनसे इनकार नहीं करता लेकिन मुझे इन आरोपों पर कड़ी आपत्ति है. रोहित मेरा अच्छा दोस्त है और मैं भरोसा नहीं कर सकता कि ये आरोप उसने लगाये हैं. ” अध्यक्ष पद के लिये जैन चार उम्मीदवारों में से एक हैं जिसमें राकेश ठकरान (हरियाणा), राजेश भंडारी (हिमाचल प्रदेश) और अजय सिंह (उत्तराखंड) अन्य तीन हैं.