नयी दिल्ली : भारतीय हॉकी टीम के कोच टैरीवॉल्शने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. बताया जा रहा है कि टैरी ने वेतन विवाद के कारण अपना इस्तीफा दिया.सूत्रों के हवाले से खबर है कि हॉकी इंडिया और कोच टैरीवॉल्शके बीच वेतन को लेकर विवाद चल रहा था. दोनों के बीच सहमती नहीं बनने के बाद टैरी ने कोच पद से इस्तीफा दे दिया है.
गौरतलब हो कि वॉल्श के नेतृत्व में टीम इंडिया ने एशियन गेम्स में शानदार गोल्ड जीता है. 60 साल के स्टार खिलाड़ी वॉल्श ने कहा कि मैंने अपना इस्तीफा हॉकी इंडिया को सौंप दिया है. उन्होंने कहा कि इस तरह के माहौल में अब हॉकी इंडिया के साथ बने रहने का कोई औचित्य है, इस लिए मैंने अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला लिया है.
वॉल्श ने 19 अक्तूबर को साइ महानिदेशक जिजि थामसन को भेजे पत्र में कहा, में भारतीय पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच के पद से इस्तीफा देता हूं जो मेरे अनुबंध की शर्तों या सभी संबंधित पक्षों की सहमति से प्रभावी होगा.
भारत ने वॉल्श के मार्गदर्शन में ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में भी रजत पदक जीता था. वॉल्श ने कहा, मुझे भारत में खेल नौकरशाही के फैसले करने की शैली से सामंजस्य बिठाने में काफी मुश्किल हो रही है. मुझे लगता है कि यह लंबे समय में भारतीय हाकी या उसके खिलाडियों के सर्वश्रेष्ठ हितों में नहीं है.
हालांकि यह पता चला है कि वाल्श और कुछ अन्य सहायक स्टॉफ को उनके वेतन पर टीडीएस काटे जाने को लेकर सरकार से कुछ समस्या थी. वॉल्श ने हालांकि अपने इस्तीफे में यह भी कहा कि वह अपने पद पर नहीं बने रहना चाहते क्योंकि उन्हें टीम के साथ लगातार यात्रा करनी पड़ती है.
उन्होंने कहा, नौकरशाही की इन सीमाओं में पेशेवर तौर पर काम नहीं कर पाने की मेरी मुश्किल के अलावा मैं ऑस्ट्रेलिया में अपने परिवार से लगातार इतने अधिक समय तक दूर नहीं रहना चाहता. मेरी मौजूदा प्रतिबद्धता मेरे निजी जीवन पर काफी तनाव डाल रही है. वाल्श ने हालांकि राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच के रुप मौका दिए जाने के लिए साइ को धन्यवाद दिया.
मीडिया में जारी किए गए ईमेल में हॉकी इंडिया के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने कहा कि अनुबंध को लेकर वॉल्श के साइ के साथ कुछ मुद्दे थे. बत्रा ने कहा, अन्य मुद्दों के अलावा उन्हें अपने अनुबंध को लेकर भी साइ से कोई समस्या थी जो अब 19 नवंबर 2014 को खत्म होगा.
उन्होंने कहा, हम सुझाव देते हैं कि क्या साइ 19 नवंबर से पहले उनके अनुबंध पर दोबारा गौर कर सकता है जिससे कि वह ओलंपिक 2016 तक टीम के साथ बने रह सकें. हम साइ और वाल्श के बीच बैठक का सुझाव देते हैं.