रांची : ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष स्पिनर नाथन लियोन ने कहा कि चार टेस्ट की मौजूदा श्रृंखला में दबाव भारत पर है और उन्होंने साथ ही पिछले दो मैचों में संघर्षपूर्ण प्रदर्शन के लिए अपनी टीम की तारीफ की. दो मैचों के बाद श्रृंखला 1-1 से बराबर है जबकि बाकी बचे दो मैच रांची और धर्मशाला […]
रांची : ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष स्पिनर नाथन लियोन ने कहा कि चार टेस्ट की मौजूदा श्रृंखला में दबाव भारत पर है और उन्होंने साथ ही पिछले दो मैचों में संघर्षपूर्ण प्रदर्शन के लिए अपनी टीम की तारीफ की. दो मैचों के बाद श्रृंखला 1-1 से बराबर है जबकि बाकी बचे दो मैच रांची और धर्मशाला में खेले जाने हैं.
सिडनी मोर्निंग हेराल्ड ने लियोन के हवाले से कहा, ‘‘टीम में काफी आत्मविश्वास है. यहां आने की बात तो छोड़ ही दीजिए, विमान पर चढ़ने और दुबई पहुंचने से पहले ही कई लोगों ने हमें खारिज कर दिया था.” उन्होंने कहा, ‘‘हम ट्रॉफी अपने पास बरकरार रखने से एक जीत दूर हैं और हम यही करने यहां आए हैं.”
लियोन ने कहा, ‘‘दबाव भारत पर है- हमारे उपर कोई दबाव नहीं है. सभी ने कहा था कि हम 4-0 से हारेंगे, हमारी टीम अच्छी नहीं है. वे युवा टीम है जो सीख रही है. लेकिन हमारा विश्वास था कि हम सर्वश्रेष्ठ टीमों को दुनिया में कहीं भी हरा सकते हैं.”
ऑस्ट्रेलियाई टीम आज बेंगलुरु से रांची के लिए रवाना हुई जहां 16 मार्च से तीसरा टेस्ट खेला जाएगा. लियोन को बेंगलुरु में दूसरे टेस्ट के दौरान दायें हाथ की तर्जनी अंगुली की चमडी में चोट लगी थी लेकिन इसके बावजूद आस्ट्रेलिया के इस आफ स्पिनर को भरोसा है कि वह तीसरे टेस्ट की अंतिम एकादश में जगह बना पाएंगे.
ऑफ स्पिनर जिस अंगुली से गेंद को स्पिन कराते हैं उसकी चमडी का कड़ा होना आम बात है और लियोन ने कहा कि ऐसी ही एक कडी चमडी दूसरे टेस्ट के दौरान फट गई थी.
लियोन ने बेंगलुरु टेस्ट की पहली पारी में 50 रन देकर आठ विकेट चटकाते हुए ऑस्ट्रेलिया को मजबूत स्थिति में ला दिया था लेकिन दूसरी पारी में वह एक भी विकेट हासिल नहीं कर पाए जिससे भारत मैच पर नियंत्रण बनाकर उसे जीतने में सफल रहा. लियोन ने कहा, ‘‘मैंने इन गर्मियों में काफी गेंदबाजी की और साल में एक या दो बार ऐसा होता है. सिर्फ चमडी फटी है. कुछ समय के लिए हालांकि काफी दर्द हो रहा था.”
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की वेबसाइट ने लियोन के हवाले से कहा, ‘‘और आप टेप लगाकर गेंदबाजी नहीं कर सकते- इसे लेकर नियम है कि आप टेप लगाकर गेंदबाजी नहीं कर सकते इसलिए मैं इस पर विचार भी नहीं कर रहा था.” उन्होंने कहा, ‘‘पिछली बार (2013 में भारत में) जब मैं यहां आया था तो तीसरे टेस्ट में ऐसा ही हुआ था और तीन दिन बाद मैं खेलने में सफल रहा था. इसलिए मैं अगले टेस्ट में खेलने को लेकर अधिक आश्वस्त हूं.”