गांधीनगर: गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि जनता का भरोसा लोकतंत्र से उठ गया है क्योंकि सरकार लोगों में जोश भरने और व्यवस्था में अपनेपन की भावना का संचार करने में ‘‘नाकाम’’ रही है.
गुजरात के लोक अभियोजकों की एक संगोष्ठी में अपने उद्घाटन भाषण के दौरान मोदी ने कहा, ‘‘आज हमारे लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा यह है कि लोगों ने उसी व्यवस्था में भरोसा खो दिया है, जिसे उन्होंने बनाया. इस भरोसे को बहाल करने के लिए हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था के एक अहम हिस्से के तौर पर अब आपको अपनी भूमिका निभानी होगी.’’
मोदी ने कहा, ‘‘स्वतंत्रता के बाद लोगों में जोश भरने और व्यवस्था में अपनेपन की भावना का संचार करने में हम नाकाम रहे हैं.’’ मुख्यमंत्री ने सरकारी बसों और डाक सेवाओं के प्रति लोगों के नजरिए का उदाहरण दिया. उन्होंने कहा, ‘‘लोग इन्हें गंभीरता से नहीं ले रहे क्योंकि उन्होंने इनकी क्षमता में भरोसा खो दिया है.’’
इसी तरह मोदी ने अजरुन के सारथी के रुप में भगवान कृष्ण पर जारी डाक टिकट का जिक्र किया और कहा, ‘‘अब इस तरह के डाक टिकटों को जारी किया जाना असंभव है क्योंकि देश में धर्मनिरपेक्षता की बाढ़ आ गयी है. दिलचस्प तो यह है कि यह डाक टिकट उसी पार्टी की सरकार ने जारी किया था तो खुद को एक धर्मनिरपेक्ष सरकार बताती है.’’