दुबई : अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) फरवरी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से पूर्ण सदस्यता का दर्जा हासिल करने का इच्छुक है. ईएसपीएन क्रिकइन्फो की रिपोर्ट के अनुसार अफगानिस्तान के अधिकारी मानदंडों को पूरा करने के लिये विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं. आईसीसी की पूर्णकालिक सदस्यता का दर्जा हासिल करने के लिये जो मानदंड […]
दुबई : अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) फरवरी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से पूर्ण सदस्यता का दर्जा हासिल करने का इच्छुक है. ईएसपीएन क्रिकइन्फो की रिपोर्ट के अनुसार अफगानिस्तान के अधिकारी मानदंडों को पूरा करने के लिये विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं.
आईसीसी की पूर्णकालिक सदस्यता का दर्जा हासिल करने के लिये जो मानदंड तय किये गये हैं उसके अनुसार, ‘‘देश को टेस्ट क्रिकेट खेलने से पहले हर हाल में नियमित तौर पर प्रथम श्रेणी क्रिकेट (घरेलू तीन और चार दिवसीय प्रतियोगिता) खेलनी होगी. इसके अलावा उसके पास खिलाडियों का बड़ा समूह होना चाहिए जिससे कि वह खेल के शीर्ष स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर पाये. ”
अफगानिस्तान को 2001 में एफिलिएट सदस्य बनाया गया और 2013 में उसे एसोसिएट सदस्य का दर्जा मिला. उसकी टीम को 2009 में वनडे का दर्जा मिला. पिछले कुछ वर्षों में एसीबी ने व्यापक तौर पर संगठनात्मक बदलाव हुए. एसीबी इसके अलावा अपने क्रिकेट के आधारभूत ढांचे को बेहतर बना रहा है. देश की पांच क्षेत्रीय टीमों के बीच चार दिवसीय टूर्नामेंट होता है. इसके अलावा वहां चार वनडे टूर्नामेंट भी होते हैं.
देश के हर क्षेत्र में कम से कम एक क्रिकेट मैदान है और काबुल में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी है. अफगानिस्तान ने अब तक 70 वनडे खेले हैं जिनमें से 35 में उसने जीत दर्ज की. उसने पहली बार 2015 में वनडे विश्व कप में भाग लिया. टी20 अंतरराष्ट्रीय में उसने 51 में से 32 मैचों में जीत दर्ज की और वह चार बार विश्व टी20 में हिस्सा ले चुका है. टीम वनडे रैंकिंग में दसवें और टी20 रैंकिंग में नौवें स्थान पर है.