नयी दिल्ली:सरकार ने कहा है कि वह आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इंडियन प्रीमियर लीग के मैचों को फुलप्रूफ सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकती. इसके बाद इस बात की संभावना प्रबल हो गयी है कि इस साल आइपीएल भारत में नहीं खेला जायेगा. इस साल के आइपीएल मैचों के दक्षिण अफ्रीका में आयोजित किये जाने की संभवाना है. इससे पहले वर्ष 2009 में भी आम चुनावों के कारण सुरक्षा के मद्देनजर आइपीएल को दक्षिण अफ्रीका में आयोजित किया गया था. उस समय आइपीएल के कमिश्नर ललित मोदी थे. शुक्र वार को गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि आम चुनावों के कारण आइपीएल मैचों को जरूरी सुरक्षा कवर दे पाना संभव नहीं होगा.
सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय ने बीसीसीआइ को सूचित कर दिया है कि वह चुनाव के बाद ही आइपीएल को पर्याप्त सुरक्षाकर्मी मुहैया करा सकेगा और चुनाव मई के बीच में संपन्न होने की संभावना है. बीसीसीआइ ने इस बात के संकेत दिये थे कि आइपीएल के आयोजन के लिए दक्षिण अफ्रीका पसंदीदा जगह है. यह निर्णय बीसीसीआइ के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला और आइपीएल के चेयरमैन रंजीव बिस्वाल ने गुरु वार को गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के साथ हुई बैठक के बाद लिया गया. अप्रैल मई में होनेवाले लोकसभा चुनाव के दौरान करीब 1.20 लाख पैरामिलिट्री फोर्स के अलावा राज्य पुलिस बल की तैनाती होगी. पैरामिलिट्री फोर्सेज को नक्सल प्रभावित राज्यों, जम्मू कश्मीर और पूर्वोत्तर राज्यों में तैनात किया जायेगा. आइपीएल चेयरमैन रंजीव बिस्वाल ने कहा कि हम फ्रेंचाइचीज के संपर्क में हैं और वह भी हमारी सुरक्षा संबंधी चिंताओं से सहमत हैं. उन्होंने इस मुद्दे पर हमारा सहयोग किया है. खबरों के मुताबिक, आठ सप्ताह के इस टूर्नामेंट के कुछ मैचों का आयोजन श्रीलंका में भी किया जा सकता है. टूर्नामेंट का आयोजन दक्षिण अफ्रीका में हो सकता है इस बात के संकेत दिल्ली डेयरडेविल्स के कोच गैरी कर्स्टन ने भी दिये. उन्होंने बताया कि उनकी टीम तेज गेंदबाजों को इसलिए खरीद रही थी, क्योंकि आइपीएल का आयोजन दक्षिण अफ्रीका में हो सकता है.
दूसरे बोर्डो से चल रही है बात : बिस्वाल
नयी दिल्ली. सरकार की ओर से इनकार करने के बाद आइपीएल चेयरमैन रंजीब बिस्वाल ने कहा कि बीसीसीआई ने भी संभावित स्थानों के लिए अन्य देशों के क्रिकेट बोडरें से बातचीत शुरु कर दी है. आईपीएल के चेयरमैन रंजीब बिस्वाल ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. बिस्वाल ने कहा कि सरकार ने आगामी चुनावों के चलते पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने में असमर्थता जतायी है. इसलिए हमने टूर्नामेंट के आयोजन के लिए विभिन्न देशों से बातचीत शुरू कर दी है. बिस्वाल ने कहा कि द अफ्रीका पसंदीदा जगह है, लेकिन हमें फैसला करना होगा.
सीजन-6 : चेन्नई के आधे से ज्यादा मैच फिक्स!
क्या आइपीएल के छठे सीजन में चेन्नै सुपरिकंग्स के कई मैच फिक्स थे? मीडिया रिपोर्टो के मुताबिक, आइपीएल-6 में चेन्नई की टीम के आधे से ज्यादा मैचों की एक-एक गेंद फिक्स थी. बीसीसीआइ अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के दामाद गुरु नाथ मयप्पन और बिंदू दारा सिंह के बीच बातचीत में पाया गया है कि आइपीएल-6 के करीब आधे मैच फिक्स थे. यह जानकारी भी मिली है कि बुकी के कहने पर मयप्पन ने महेंद्र सिंह धौनी व सुरेश रैना से संपर्क किया था. सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने गुरूनाथ मयप्पन और बिंदू दारा सिंह के फोन कॉल के वॉयस सैंपल को टेस्ट कर लिये हैं, जिसके आधार पर यह साबित होता है कि दोनों ने मिल कर मैच फिक्सिंग की थी. आइपीएल-6 में 12 से 15 मई के बीच के सभी मैचों की जानकारी बिंदू तक मयप्पन के जरिये पहुंच रही थी. सबूतों के आधार पर कहा जा रहा है कि मयप्पन से जानकारी बिंदू दारा सिंह और बुकीज तक जाती थी और उसके बाद सट्टेबाजी का दौर शुरू होता था. मयप्पन चेन्नै सुपर किंग्स का टीम प्रिंसिपल था. सूत्रों के मुताबिक, वह हर जानकारी बिंदू दारा सिंह से शेयर करता था. ज्यादातर मैचों के शुरू होने से पहले ही वह बिंदू दारा सिंह को इनपुट देता था.
जिसके आधार पर बिंदू आगे की सट्टेबाजी की रणनीति तैयार करता था. मयप्पन जितना कहता टीम का स्कोर उतना ही या फिर एक या दो रन आगे-पीछे होता था. यह बातचीत आइपीएल-6 के दौरान 12 से 15 मई के बीच हुई थी. ट्रांसिक्र प्ट में दोनों के बीच 12 मई, 2013 को चेन्नै सुपरिकंग्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच हुए मैच पर बात हो रही है. मयप्पन बिंदू से बोलता है कि चेन्नै इस मैच में करीब 140 रन बनाएगी, जबकि धोनी की टीम ने इस मैच में 141 बन बनाए थे. मैच के दौरान मयप्पन ने चेन्नै के खिलाफ 14 करोड़ का सट्टा लगाया था और बिंदू को बहुत कॉन्फिडेंस के साथ कहा था कि राजस्थान यह मैच जीतेगा.