नयी दिल्ली : न्यूजीलैंड में भारत की हार के लिए बल्लेबाजों को दोषी माना जा रहा था. हालांकि ये बड़ा लक्ष्य हासिल नहीं कर पा रहे हैं. इनकी सलामी जोड़ी भी फ्लॉप साबित हुई है और बल्लेबाजी के लिए नंबर चार का क्रम परेशानी का सबब बना हुआ है. इन सबके बावजूद टीम 50 ओवर में 275 रन के स्कोर तक पहुंच रही है. इसलिए वास्तविक दोष कहीं और है. गेंदबाजी टीम की कमजोरी साबित हुई है. कप्तान धौनी ने अपना ध्यान मध्यम तेज गेंदबाजी पर लगाया है.
गेंदबाजों का अब तक का प्रदर्शन निराशाजनक रहा और आनेवाले मुकाबलों में भी अनिश्चितता बनी रहेगी. इस बीच स्पिनरों ने थोड़ी अच्छी गेंदबाजी की. कुल मिला कर भारत की गेंदबाजी पूरी तरह बेपटरी हो गयी है. वर्तमान में सभी गेंदबाजों को हश्र एक जैसा ही हुआ है. इस बारे में सोचना होगा. एकदिवसीय मैचों में भारत की गेंदबाजी कभी भी सर्वश्रेष्ठ नहीं रही है.धौनी की सोच ने भारतीय गेंदबाजों को एक योजना के तहत गेंदबाजी करने के लिए प्रोत्साहित किया. अब गेंदबाज वाइड, शॉर्ट और विकेट के दोनों तरफ गेंदबाजी करने में माहिर हो गये हैं.