* दिल्ली में खेले अपने पिछले मैच में चेन्नई को मिली थी जीत
* मुंबई को कोटला में खेले गये अंतिम मैच में मिली थी हार
* मुंबई ने कोटला में जो पांच मैच खेले हैं उनमें तीन में हार मिली
* चेन्नई ने यहां चार मैचों में से तीन में जीत दर्ज की है
* दोनों आइपीएल के नॉकआउट में अब तक दो बार भिड़े हैं और दोनों मैच चेन्नई ने जीते
नयी दिल्ली : इंडियन प्रीमियर लीग में शुरू से ही दबदबा बनाये रखने वाली चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम इस सत्र में मुंबई इंडियंस से दोनों मैच गंवाने के बावजूद मंगलवार को यहां फिरोजशाह कोटला में होनेवाले पहले क्वालीफायर में बड़े मैचों के अपने अपार अनुभव के दम पर बदला चुकता करने की कोशिश करेगी. स्पॉट फिक्सिंग के भंवर में फंसे आइपीएल का यह मैच यदि अपेक्षानुरुप रोमांचक होता है तो इससे क्रिकेट प्रेमियों का ध्यान विवादों से इतर खेल पर भी केंद्रित होगा. दोनों टीमों का यह घरेलू मैदान नहीं है. ऐसे में फाइनल में पहुंचने की इस पहली जंग में रणनीति के अनुसार खेलनेवाली टीम की संभावना बढ़ जायेंगी.
ज्यादा अनुभवी दिख रही चेन्नई
चेन्नई की टीम दो बार आइपीएल चैंपियन और दो बार उप विजेता रह चुकी है. मुंबई केवल एक बार 2010 में फाइनल में पहुंचा था जहां उसे चेन्नई ने 22 रन से हरा दिया था. इस तरह से चेन्नई को बड़े मैचों में खेलने का अच्छा अनुभव है लेकिन महेंद्र सिंह धौनी की टीम वर्तमान में केवल मुंबई के सामने फिसड्डी साबित हुई है. मुंबई इंडियंस ने सुपरकिंग्स को उसके गढ़ चेन्नई में नौ रन से और फिर अपने घरेलू मैदान मुंबई में 60 रन से हराया था. आइपीएल में मुंबई एकमात्र ऐसी टीम जिसके खिलाफ चेन्नई का रिकॉर्ड नकारात्मक (13 मैच में आठ में मुंबई जीता है) रहा है. स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण के मद्देनजर इस टी20 लीग के आयोजकों ने बाकी चार टीमों की सुरक्षा बढ़ा दी है.
और उनके साथ अपनी भ्रष्टाचार निरोधक और सुरक्षा ईकाई के अधिकारी तैनात कर दिये हैं. यह फैसला रविवार को बीसीसीआइ कार्यसमिति की आपात बैठक के बाद लिया गया.
पहले प्ले ऑफ के लिए यहां पहुंची मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स को एक एक अधिकारी मुहैया कराया गया है. मंगलवार को दोनों टीमें फिरोजशाह कोटला मैदान पर भिड़ेगी. बाकी दोनों टीमें सनराइजर्स हैदराबाद और राजस्थान रॉयल्स मंगलवार को दिल्ली पहुंचेगी.
मुंबई को सचिन तेंडुलकर से फिर बड़ी पारी की उम्मीद होगी जिन्होंने चेन्नई के खिलाफ 12 मैचों में 368 रन बनाये हैं. उनके अलावा कप्तान रोहित शर्मा, विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक और कीरोन पोलार्ड पर मुंबई का काफी दारोमदार रहेगा.
चेन्नई हसी-रैना पर निर्भर
चेन्नई की बल्लेबाजी इस सत्र में पूरी तरह से माइकल हसी, सुरेश रैना और धौनी के इर्द गिर्द घूमती रही है. इन तीनों में से किन्हीं दो बल्लेबाजों को लसिथ मालिंगा, मिशेल जॉनसन, हरभजन सिंह और प्रज्ञान ओझा जैसे गेंदबाजों के सामने टिककर खेलना होगा. हसी इस सत्र में अब तक 646 रन बना चुके हैं और वह यहां ओरेंज कैप फिर से हासिल करना चाहेंगे. रैना और धौनी ने क्रमश: 466 और 398 रन बनाये हैं लेकिन इन दोनों को ही भारतीय क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ फिनिशर माना जाता है. चेन्नई के लिए गेंदबाजी में इस बार ड्वेन ब्रावो ने अच्छा प्रदर्शन किया है. उनके नाम पर 16 मैचों में 25 विकेट दर्ज हैं. उनके अलावा मध्यम गति के गेंदबाज मोहित शर्मा और अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन पर भी दारोमदार रहेगा.
टीम
चेन्नई सुपर किंग्स : महेंद्र सिंह धौनी (कप्तान), श्रीकांत अनिरुद्ध, बाबा अपराजित, आर अश्विन, एस बद्रीनाथ, ड्वेन ब्रावो, अकिला धनंजय, फाफ डु प्लेसिस, बेन हिलफेनहास, जेसन होल्डर, माइकल हसी, इम्तियाज अहमद, रवींद्र जडेजा, शादाब जकाती, आर कार्तिकेयन, नुवान कुलशेखरा, बेन लागलिन, रोनित मोरे, एल्बी मोर्कल, क्रिस मौरिस, डर्क नानेस, सुरेश रैना, अंकित राजपूत, ऋधिमान साहा, विजय शंकर, मोहित शर्मा और मुरली विजय.
मुंबई इंडियंस : रोहित शर्मा (कप्तान), पोंटिंग, सचिन, कार्तिक, रायुडू, पोलार्ड, भज्जी, मलिंगा, जॉनसन, प्रज्ञान ओझा, ऋषी दीवान, मैक्सवेल, चहल, जसप्रीत बुमरा, अक्षर पटेल, जलज सक्सेना, अबु नेचिम अहमद, आदित्य तारे, एडेन ब्लिजार्ड, अमितोज सिंह, धवल कुलकर्णी, ड्वेन स्मिथ, ओरम, जेम्स फ्रैंकलिन, जावेद खान, नाथन कूल्टर नाइल, फिल ह्यूजेस, पवन सुयाल, सूर्यकुमार यादव, सुशांत मराठे.
मिलेगा एक और मौका
चेन्नई और मुंबई दोनों ने ही लीग चरण में समान 22 अंक लेकर पहला क्वालीफायर खेलने का हक पाया. पहले दो स्थान पर रहने के कारण चेन्नई और मुंबई दोनों को ही फाइनल में पहुंचने के दो मौके मिलेंगे. इन दोनों के बीच मंगलवार को जो भी टीम जीतेगी वह सीधे फाइनल में चली जायेगी जबकि हारने वाली टीम एलिमिनेटर के विजेता के साथ 24 मई को दूसरा क्वालीफायर खेलेगी. एलिमिनेटर राजस्थान और हैदराबाद के बीच 22 मई को खेला जायेगा.