मीरपुर : भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया है. उन्होंने कहा है कि ‘फ्रीडम ऑफ स्पीच’ है इसलिए भारत में आलोचना करना आसान काम है. बांग्लादेश के हाथों श्रृंखला में हार के कारण आलोचकों द्वारा बोरिया बिस्तर बांधे जाने की सलाह के आठ महीने बाद कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने आलोचकों को यह जवाब दिया है.
आलोचकों को आडे हाथों लेते हुए धौनी ने कहा कि भारत में लोग फ्रीडम ऑफ स्पीच का खुलकर इस्तेमाल करते हैं. धौनी ने बांग्लादेश को आठ विकेट से हराकर एशिया कप जीतने के बाद कहा कि मेरा मानना है कि भारत में हर किसी की हर मसले पर खासकर क्रिकेट पर राय होती है. फ्रीडम ऑफ स्पीच है और हर किसी को राय रखने का हक है. ऐसे खेलो, वैसे खेलो, यह करो, वह करो. समस्या यह है कि क्रिकेट टीवी पर आसान दिखता है जबकि मैदान पर होता नहीं.
धौनी ने कहा आलोचना तो होगी ही. कोई मुझसे अगर पूछे कि तुम क्या करोगे तो मैं यही कहूंगा कि भारत के लिये खेलना मेरी पहली पसंद है. मैं कभी किसी दूसरे देश के लिये नहीं खेलूंगा. उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को बीच का रास्ता अपनाना चाहिये ताकि संतुलन बना सके.
गौरतलब है कि गेंदबाजों के कमाल के बाद शिखर धवन के करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी की बदौलत भारत ने वर्षा से प्रभावित एशिया कप टी20 क्रिकेट टूर्नामेंट के एकतरफा फाइनल में बांग्लादेश को रविवार को आठ विकेट से हराकर टूर्नामेंट में अजेय रहते हुए खिताब अपने नाम किया. कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने 14वें ओवर में अल-अमीन की पहली ही गेंद पर 104 मीटर लंबा छक्का लगाया. इसके बाद उन्होंने चौथी गेंद पर चौका और फिर पांचवीं गेद पर विजयी छक्का लगाकर जीत दिला दी.