मीरपुर : भारत के चोटी के स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को शेर ए बांग्ला स्टेडियम की तेज गेंदबाजों की अनुकूल पिच से कोई शिकायत नहीं है जिससे स्पिनरों को बहुत कम मदद मिल रही है और उनका मानना है कि भिन्न परिस्थितियों का रोना रोने के बजाय उनसे सामंजस्य बिठाना चाहिए.
अश्विन ने श्रीलंका के खिलाफ राउंड रोबिन लीग मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘यह जानना बेहद महत्वपूर्ण है कि आपको कैसी परिस्थितियों में खेलना है. आप परिस्थितियों पर फतह करने की कोशिश नहीं कर सकते हो. यह समझना महत्वपूर्ण है कि इन पिचों पर गेंद बहुत अधिक स्पिन नहीं होगी. इसलिए सही लेंथ से गेंदबाजी करना और विकेटों पर ध्यान देने के बजाय किफायती गेंदबाजी करने पर ध्यान देना अधिक जरुरी है. ” इस आफ स्पिनर ने कहा, ‘‘इस टी20 प्रारुप में आपके कौशल के बजाय दबाव के कारण आपको विकेट मिलते हैं.
मैं इसी पर ध्यान देता हूं और जब आक्रमण की स्थिति हो तो फिर मैं विकेट को ध्यान में रखे बिना आक्रमण करता हूं. यह टी20 क्रिकेट है. हमें हो सकता है कि विश्व टी20 में धीमा और सपाट विकेट मिले. हमें परिस्थितियों की शिकायत करने के बजाय उन्हें समझना होगा.
विभिन्न परिस्थितियों में खुद को आजमाना हमारे लिये अच्छा है. ” अश्विन ने कहा कि विकेट तैयार करना मेजबान टीम की पसंद है. उन्होंने कहा, ‘‘यह उनकी पसंद है कि वे किस तरह का विकेट चाहते हैं. हम यह सोच रहे थे कि विकेट धीमा होगा लेकिन अंतरराष्ट्रीय टीमों को जो भी विकेट मिले उससे तालमेल बिठाना चाहिए. ”