नयी दिल्ली : अजिंक्य रहाणे ने किसी एक टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जडने की विशिष्ट उपलब्ध हासिल की जिसके बाद भारत के 481 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने बेहद धीमी बल्लेबाजी करते हुए चौथे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन आज यहां 72 ओवर में दो विकेट पर 72 रन बनाए.
रहाणे के नाबाद 100 रन की बदौलत भारत ने अपनी दूसरी पारी पांच विकेट पर 267 रन बनाकर घोषित की. उन्होंने अपनी शतकीय पारी के दौरान 206 गेंद का सामना करते हुए आठ चौके और तीन छक्के मारे.
दक्षिण अफ्रीका की टीम इसके बाद मैच ड्रा कराने के लक्ष्य के साथ उतरी. कप्तान हाशिम अमला ने मोर्चा संभाला और बेहद रक्षात्मक होकर खेलते हुए 207 गेंद में तीन चौकों की मदद से नाबाद 23 रन बनाए. दक्षिण अफ्रीका की धीमी बल्लेबाजी का अंदाजा इस बात से लगता है कि अमला ने सलामी बल्लेबाज तेंबा बावुमा (34) के साथ दूसरे विकेट के लिए 38.4 ओवर में सिर्फ 44 रन जोड़ने के बाद एबी डिविलियर्स (91 गेंद में नाबाद 11) के साथ तीसरे विकेट के लिए 29.2 ओवर में 23 रन की अटूट साझेदारी की.
दिन के अंतिम दो सत्र में दक्षिण अफ्रीका ने 34 और 33 ओवरों में क्रमश: 35 और 28 रन ही जुटाए. मेहमान टीम का स्कोर 50 ओवर के बाद दो विकेट पर 49 रन था जो 2002 से 50 ओवर के बाद किसी टीम का सबसे कम स्कोर है. पिछला रिकार्ड भी दक्षिण अफ्रीका के नाम था जिसने 2005 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 68 रन बनाए थे. मेहमान टीम के बल्लेबाजों के रक्षात्मक रवैये का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता कि पारी में अधिकांश समय रन गति एक रन प्रति ओवर से भी कम रही.
अमला ने खाता खोलने के लिए 46 गेंद खेली जो पहला रन बनाने के लिए तीसरी सबसे अधिक गेंदें हैं. इससे पहले 2013 में इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्राड ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 62 जबकि 2000 में जिंबाब्वे के ग्रांट फ्लावर ने न्यूजीलैंड के ही खिलाफ 51 गेंद में खाता खोला था.
दूसरी पारी में दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत खराब रही जब सलामी बल्लेबाज डीन एल्गर (04) को रविचंद्रन अश्विन ने अपने दूसरे और पारी के चौथे ओवर में ही पवेलियन भेज दिया. उन्होंने स्लिप में रहाणे को कैच थमाया.
अमला और बावुमा ने इसके बाद बेहद धीमी बल्लेबाजी की. दक्षिण अफ्रीका की टीम ने दूसरे सत्र में 34 ओवर में सिर्फ 35 रन बनाए लेकिन इस दौरान टीम में कोई विकेट नहीं गंवाया. श्रृंखला में यह पहली बार हुआ जब बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने सत्र में कोई विकेट नहीं खोया. चाय के बाद हालांकि बावुमा की एकाग्रता टूटी और वह अश्विन की सीधी गेंद को चूक गए जिसने उनका आफ स्टंप उखाड़ दिया. बावुमा ने 117 गेंद की अपनी पारी के दौरान चार चौके और अश्विन पर एक छक्का जडा.
अपना पहला चौका अश्विन पर 115वीं गेंद पर जड़ने वाले अमला ने इसके बाद डिविलियर्स के साथ एक और धीमी साझेदारी की. दोनों ने लगातार 10 ओवर मेडन खेले. इस साझेदारी का पहला रन तब बना जब अमला ने 63वीं गेंद पर कामचलाउ स्पिनर शिखर धवन की फुलटास को चार रन के लिए भेजा. इसी ओवर में हालांकि अमला भाग्यशाली भी रहे जब सिली प्वाइंट पर खडे चेतेश्वर पुजारा थोड़ा मुश्किल कैच लपकने में नाकाम रहे.
एकदिवसीय क्रिकेट में सिर्फ 31 गेंद में शतक जडने वाले डिविलियर्स ने भी इसके बाद रविंद्र जडेजा पर एक रन के साथ 33वीं गेंद पर खाता खोला. उन्होंने दिन के अंतिम ओवर में अपनी 89वीं गेंद अश्विन पर पहला चौका जडा. भारत की ओर से जडेजा ने 23 ओवर में सिर्फ 10 रन दिए जबकि अश्विन ने 23 ओवर में 29 रन देकर दो विकेट हासिल किए.
इससे पहले पहली पारी में 127 रन बनाने वाले रहाणे ने एक बार फिर दर्शनीय पारी खेली. टेस्ट क्रिकेट में अपने छठे शतक के साथ रहाणे भारत के उन एलीट क्रिकेटरों की सूची में शामिल हो गए जिन्होंने एक टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जड़े हैं. रहाणे से पहले चार भारतीय बल्लेबाज यह कारनामा कर चुके हैं जिसमें दिवंगत विजय हजारे (एक बार), सुनील गावस्कर (तीन बार), राहुल द्रविड (दो बार) और विराट कोहली (एक बार) शामिल हैं.
कल बेहद सतर्कता के साथ बल्लेबाजी करने वाले रहाणे आज स्वच्छंद होकर खेले. उन्होंने काइल एबोट पर कट करके चौका जड़ने के बाद मोर्ने मोर्कल की गेंद को थर्ड मैन पर छह रन के लिए पहुंचाया. रहाणे ने इसके बाद इमरान ताहिर पर स्लाग स्वीप से अपना दूसरा छक्का जड़ा जबकि डेन पीट की गेंद को भी छह रन के लिए भेजा. दायें हाथ के इस बल्लेबाज ने कल 152 गेंद में 52 रन बनाए थे जबकि आज उन्होंने सिर्फ 54 गेंद में 48 रन बनाकर अपना शतक पूरा किया.
रहाणे ने रिद्धिमान साहा (नाबाद 23) के साथ सिर्फ 14.1 ओवर में 56 रन जोडे. इससे पहले सुबह कप्तान विराट कोहली (88) अपने 12वें टेस्ट शतक से चूक गए. वह अपने कल के स्कोर 83 रन के सिर्फ पांच रन जोड़ पाए. उन्हें एबोट ने पगबाधा आउट करके रहाणे के साथ उनकी पांचवें विकेट की 154 रन की साझेदारी का अंत किया. कोहली ने 165 गेंद का सामना करते हुए 10 चौके मारे.