नयी दिल्ली : पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ ने भी देश की सर्वोच्च जांच एजेंसी सीबीआइ के निदेशक की तर्ज पर सट्टेबाजी को वैध करने का समर्थन करते हुए मंगलवार को यहां कहा कि मैच फिक्सिंग और स्पॉट फिक्सिंग में दोषी पाये जानेवाले खिलाड़ियों को जेल की सजा का प्रावधान होना चाहिए. द्रविड़ ने सीबीआई के भ्रष्टाचार और अपराध से निबटने के लिए साझा रणनीतियों पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में खेल में नैतिकता और ईमानदारी : कानून की आवश्यकता और सीबीआइ की भूमिका विषय पर विशेष कार्यक्रम के दौरान संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि भारतीय खेलों में कम उम्र में जालसाजी, डोपिंग, जानबूझकर कमतर प्रदर्शन करना और खिलाड़ियों की सट्टेबाजी में भागीदारी चार ऐसे मसले हैं, जिन पर कानूनी हस्तक्षेप की जरूरत है. उन्होंने कहा, आज हम ऐसे चौराहे पर खड़े हैं, जहां खेल की अखंडता और भावना दावं पर लगी है. चुनौतियां कई तरह की है.
सवाल यह नहीं है कि कानून हस्तक्षेप करे या नहीं, अहम मसला यह है कि कानून की पहुंच कहां तक है. द्रविड़ ने एक सवाल के जवाब में कहा कि दोषियों को कड़ी सजा का प्रावधान होना चाहिए. उन्होंने कहा, जब तक दोषियों को जेल की सजा नहीं होगी और लोग अपने किये का परिणाम नहीं भुगतेंगे, तब तक इस तरह के कृत्यों में शामिल खिलाड़ी नहीं डरेंगे. वे खेल संघों से नहीं, बल्कि पुलिस और जेल जाने से डरते हैं. इस स्टार बल्लेबाज से पूछा गया कि क्या सट्टेबाजी को वैध करना चाहिए. उन्होंने कहा, यदि संबंधित एजेंसियों को लगता है कि सट्टेबाजी को वैध करना सही है, तो मैं इसका समर्थन करता हूं.