नयी दिल्ली : मोहम्मद शमी ने आज अपना टेस्ट करियर आगाज करने के पहले ही दिन रिवर्स स्विंग हासिल करने की क्षमता से सभी को आकर्षित किया लेकिन उनके बचपन के कोच बदरुद्दीन सिद्दिकी इससे बिलकुल भी हैरान नहीं हैं क्योंकि वह उसकी इस कला को उसकी 16 साल की उम्र में ही देख चुके हैं.
शमी ने आज ईडन गार्डन्स पर पहले टेस्ट मैच के पहले दिन वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने पदार्पण टेस्ट में 71 रन देकर चार विकेट हासिल किये. शमी के प्रदर्शन से खुश बदरुद्दीन ने कहा, ‘‘मैं अन्य के बारे में नहीं जानता लेकिन शमी में तब से रिवर्स स्विंग हासिल करने की काबिलियत है, तब वह 16 साल का था. उसने अपनी रिवर्स स्विंग को ‘परफेक्ट’ करने के लिये काफी अभ्यास किया है. उसने रणजी ट्राफी में काफी बार ऐसा किया है.’’
बदरुद्दीन ने कहा, ‘‘मुरादाबाद में और इसके करीब जूनियर स्तर के टूर्नामेंट में, शमी हमेशा आयोजकों से आग्रह करता था कि उसे टूर्नामेंट में इस्तेमाल की हुई पुरानी लाल गेंद दी जाये. मैं नियमित रुप से उसे गेंद को एक तरफ से ‘पालिश’ करते हुए देखता था. अगर वह उसे इनके इस्तेमाल के लिये कोई नहीं मिलता था तो वह छोटे बच्चों को दीवार के एक तरफ खड़ा करके रिवर्स हासिल करने की कोशिश करता था.’’