लाहली (हरियाणा) : हरियाणा के खिलाफ अपने अंतिम घरेलू मैच में मुंबई को जीत दिलाने के बाद संन्यास ले रहे भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने आज कहा कि वह अब वेस्टइंडीज के खिलाफ अपनी विदाई टेस्ट श्रृंखला का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं जो छह नवंबर से कोलकाता में शुरु होगी.
तेंदुलकर अपने 24 साल के चमकदार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर का समापन वेस्टइंडीज के खिलाफ 14 से 18 नवंबर तक मुंबई में होने वाले 200वां टेस्ट की उपलब्धि से करेंगे. तेंदुलकर ने मुंबई को हरियाणा पर चार विकेट की जीत दिलाने के बाद कहा, यह अच्छी श्रृंखला होगी. वेस्टइंडीज की टीम काफी अच्छी टीम है, मैं अपने अंतिम दो टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद लगाये हूं. मुझे उम्मीद है कि इसमें अच्छा क्रिकेट होगा और मैं अपने सभी प्रशंसकों की उम्मीदों पर खरा उतर पाउंगा. तेंदुलकर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के लिये रणजी ट्राफी में अभ्यास में 175 गेंद में नाबाद 79 रन बनाये और मुंबई को चौधरी बंसीलाल क्रिकेट स्टेडियम में दूसरी पारी में 240 रन के लक्ष्य का पीछा कराकर जीत दिलायी.
उन्होंने कहा, यह चुनौतीपूर्ण विकेट था. इसमें गेंदबाजों के लिये काफी कुछ था लेकिन इस विकेट पर बल्लेबाजी करना शानदार रहा. गेंदबाजों को विकेट से मदद मिल रही थी इसलिये इस पर रन बनाना आसान नहीं था. तेंदुलकर ने कहा, 240 रन का लक्ष्य काफी बड़ा था. आउटफील्ड भी धीमी थी. 240 का स्कोर इस विकेट पर 280 की तरह लग रहा था. मैं इसी तरह का खेल खेलना चाहता था. हरियाणा ने काफी अच्छा क्रिकेट खेला. अच्छी चुनौती देने और इसे यादगार मुकाबला बनाने के लिये सारा श्रेय उन्हें जाता है. चारों दिन यह स्टेडियम खचाखच भरा रहा, दर्शक तेंदुलकर को अंतिम बार घरेलू क्रिकेट में खेलते हुए देखना चाहते थे और इस चैम्पियन बल्लेबाज ने आयोजकों को और दर्शकों को इस अपार समर्थन के लिये शुक्रिया अदा किया.
तेंदुलकर ने कहा, शानदार इंतजाम है, मैं हरियाणा क्रिकेट संघ को मेरे रहने की व्यवस्था यादगार बनाने के लिये धन्यवाद देना चाहूंगा. मैं सुरक्षा का भी शुक्रिया अदा करना चाहता हूं, पुलिस ने शानदार काम किया. (हरियाणा क्रिकेट संघ के सचिव) अनिरुद्ध चौधरी को धन्यवाद, लाहली के दर्शकों का बहुत शुक्रिया और वर्षों तक मेरा समर्थन करने के लिये धन्यवाद. मैं आप लोगों के हर तरह के समर्थन और शुभकामनाओं की प्रशंसा करता हूं. इस मैच को यादगार बनाने के लिये शुक्रिया.
यह पूछने पर कि वह खुद से साथ बल्लेबाजी करने वाले युवाओं को क्या टिप्स देते हैं तो तेंदुलकर ने कहा, मैं वही चीजें साझा करता हूं जो दूसरे छोर से देखता हूं, ऐसा नहीं है कि यह हमेशा काम होता है, बल्कि यह मजाक भी होता है. उन्होंने कहा, मेरा मतलब है कि यह सिर्फ क्रिकेट के बारे में है, एक दूसरे के बारे में जानना, यह जानना कि गेंदबाज क्या करने की कोशिश कर रहे हैं. अगर मैं कुछ देखता हूं तो मैं उनसे यह चीज साझा करता हूं, इससे ज्यादा कुछ नहीं.
उन्होंने कहा, हम आमतौर पर बात करते हैं और यह एक दूसरे को सहज बनाने के लिये है. पूरा समय आप ध्यान लगाते रहते हैं, कभी कभार आप थक जाते हो इसलिये बीच बीच में थोड़ा बदलाव अहम है.