लंदन : इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें एशेज टेस्ट के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने जा रहे माइकल क्लार्क का रिकार्ड बेहतरीन रहा है लेकिन यह अचरज की बात है कि पूरी दुनिया में उन्हें वह दाद नहीं मिली जिसके वह हकदार थे. क्लार्क से ज्यादा रन सिर्फ तीन आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने बनाये हैं और […]
लंदन : इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें एशेज टेस्ट के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने जा रहे माइकल क्लार्क का रिकार्ड बेहतरीन रहा है लेकिन यह अचरज की बात है कि पूरी दुनिया में उन्हें वह दाद नहीं मिली जिसके वह हकदार थे. क्लार्क से ज्यादा रन सिर्फ तीन आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने बनाये हैं और वह टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण पर अपनी धरती पर और विदेश में शतक जड़ने वाले एकमात्र आस्ट्रेलियाई भी हैं.
इसके बावजूद वह उस तरह की वाहवाही के बीच विदा नहीं होंगे जिसके वह हकदार हैं. ,पप, के नाम से मशहूर क्लार्क ने कान में हीरे के स्टड्स पहनकर सुनहरे रंग वाले बालों के साथ क्रिकेट के मैदान पर पदार्पण किया था. कई आस्ट्रेलियाइयों को उनके तौर तरीके नागवार गुजरे और सोशल मीडिया पर उन्होंने नाराजगी भी जताई चूंकि क्लार्क की पूर्व प्रेमिका लारा बिंगल और अब पत्नी काइल के साथ रिश्तों के बारे में किस्से इसी सोशल मीडिया पर बिखरे पड़े थे और कई बार क्लार्क ने खुद इसके बारे में पोस्ट किया.
आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान मार्क टेलर ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो से कहा , माइकल आपका 21वीं सदी का कप्तान है. वह अलग तरह की जीवन शैली जीता रहा है लेकिन इससे वह खराब इंसान या खराब कप्तान नहीं बन जाता. क्लार्क इंग्लैंड के खिलाफ कल से शुरु हो रहे पांचवें और आखिरी एशेज टेस्ट के बाद क्रिकेट को अलविदा कह देंगे. उनके संन्यास के ऐलान की टाइमिंग की यह कहकर आलोचना की जा रही है कि इंग्लैंड की जीत के जश्न में इससे खलल पड़ेगा क्योंकि सारी कवरेज क्लार्क को मिलेगी. इसी तरह की आलोचना उन्हें विश्व कप फाइनल से एक दिन पहले भी सुनने को मिली थी जब उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ खिताबी मुकाबले के बाद वनडे क्रिकेट को अलविदा कहने का ऐलान किया था.
बेंगलूर में 2004 में पहले टेस्ट में शतक जमाने वाले क्लार्क की यह आलोचना भी हुई कि कठिन हालात में उन्होंने रन नहीं बनाये और वह अपने दोस्त महान स्पिनर शेन वार्न के ,गुलाम , रहे. भारत के खिलाफ 2012 में सिडनी टेस्ट में नाबाद 329 रन की पारी उनके लिए सुनहरा दौर रहा. इसके बाद सिडनी मार्निंग हेराल्ड ने उनकी जीवनशैली पर की गयी टिप्पणियों के लिए उनसे माफी भी मांगी. भारत में श्रृंखला 4 – 0 से हारने के बाद क्लार्क को अपने प्रदर्शन के लिए लिखित रिपोर्ट नहीं देने पर टीम से बाहर भी किया गया हालांकि ,होमवर्क गेट, का ठीकरा तत्कालीन कोच मिकी आर्थर पर फोड़ा गया.
इंग्लैंड को 2013 – 14 में एशेज श्रृंखला में 5 – 0 से हराने के बाद क्लार्क की लोकप्रियता बढ़ी. पिछले साल आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज फिलीप ,ह्यूज की मैदान पर बाउंसर लगने से मौत के बाद हालात को जिस तरीके से क्लार्क ने संभाला, उनके प्रशंसक कई गुना बढ़े. ,ह्यूज के अंतिम संस्कार के बाद भारत के खिलाफ उन्होंने शतक भी जमाया. पिछली 30 टेस्ट पारियों में हालांकि वह सिर्फ छह बार 25 से अधिक रन बना पाये और फिर आलोचक उनके खिलाफ मुखर हो गए.