नयी दिल्ली : अपने जमाने के दिग्गज स्पिनर शेन वार्न ने एक जमाने में उन्हें दिन में तारे दिखाने वाले और बाद में घनिष्ठ मित्र बने सचिन तेंदुलकर को अपनी पीढी का महानतम क्रिकेटर करार दिया. तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है.
वार्न ने तेंदुलकर के संन्यास के बाद कई ट्वीट्स किये और कहा कि वह खुद को सम्मानित महसूस करते हैं कि वह भारतीय बल्लेबाज के साथ कई मशहूर क्रिकेटिया द्वंद्व में शामिल रहे.
वार्न ने ट्वीट करके कहा, सचिन पिछले 20 वर्षों से सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रहे है और उन्हें सर्वकालिक महान क्रिकेटर के रूप में याद किया जायेगा. वह सही मायने में अद्भुत खिलाड़ी हैं. तेंदुलकर और वार्न के बीच क्रिकेट मैदान की जंग खूब चर्चा का विषय रही. वार्न ने लिखा, मैदान पर लिटिल मास्टर के साथ जंग सम्मान की बात है लेकिन मैंने अपनी दोस्ती का अधिक लुत्फ उठाया. गुड लक. मेरे प्रिय मित्र सचिन को बधाई. मैं आपको और आपके परिवार को सुखद भविष्य के लिए शुभकामना देता हूं.
भारतीय टीम से बाहर चल रहे सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने ट्वीट किया, सचिन की घोषणा अब तक पचा नहीं पा रहा हूं. ऐसा लग रहा है जैसे कि मेरी जिंदगी का अहम हिस्सा बदल गया हो. शब्द पर्याप्त नहीं है. शुक्रिया पाजी. जमैका के 2012 ओलंपिक में 100 मीटर के रजत पदक विजेता और पूर्व विश्व रिकार्ड धारक योहान ब्लैक ने ट्वीट किया, टेस्ट कैरियर आंकड़ों में आपने बहुत अच्छा किया सचिन.
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान जार्ज बैली ने कहा कि सचिन तेंदुलकर अपनी बेजोड़ उपलब्धियों के लिए हर तरह की प्रशंसा के पात्र हैं. उन्होंने उम्मीद जतायी कि यह महान बल्लेबाज जीत के साथ अपने कैरियर का अंत करेगा.
बैली ने कल रात भारत के खिलाफ टी20 मैच के बाद पत्रकारों से कहा, वह ( तेंदुलकर ) लंबे समय से क्रिकेट में हैं. वह बेजोड़ खिलाड़ी हैं. मैं समझता हूं कि यह बहुत बढिया होगा यदि वह जीत के साथ विदा लेते हैं. यह उनके लिए बहुत अच्छी विदाई होगी. उन्हें अभी दो और टेस्ट मैच खेलने हैं. वह हर तरह की प्रशंसा के पात्र हैं. यह बहुत खास कैरियर रहा. तेंदुलकर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अगले महीने अपना 200वां टेस्ट मैच खेलने के बाद क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया. तेंदुलकर ने अभी तक 198 टेस्ट मैच में 15, 837 रन बनाये हैं. जेफरी बायकाट ने तेंदुलकर के लंबे समय तक क्रिकेट में बने रहने की तारीफ की और उन्हें बेदाग खिलाड़ी करार दिया.
उन्होंने कहा, 200 टेस्ट मैच खेलना महत्वपूर्ण उपलब्धि है. इतने अधिक मैच खेलने के लिए किसी भी खिलाड़ी को अपनी फार्म बनाये रखने के लिए विशिष्ट कौशल की जरूरत पड़ती है. हम सभी जानते हैं फार्म में उतार चढाव आता है. उसे फिट रहना होगा और उम्र बढ़ने के साथ ऐसा मुश्किल होता है. बायकाट ने कहा, ह्यह्यइसके अलावा आपको खेल के प्रति अपना उत्साह भी बनाये रखना होता है जो आसान नहीं है क्योंकि विदेशी दौरों पर जाने और भारत में कई शहरों में टेस्ट मैच खेलने से आप थक जाते हो.
उन्होंने कहा कि तेंदुलकर जिस प्रारुप में भी खेले उसमें उन्होंने अपना बेहतरीन प्रदर्शन किया. बायकाट ने कहा, टेस्ट मैच क्रिकेट के शीर्ष 20 वर्षों में सचिन 463 वनडे मैच भी खेले और यह मत भूलिये कि अपनी तेजी के कारण वनडे मैच आप पर अधिक भावनात्मक और शारीरिक प्रभाव डालते हैं. बायकाट ने कहा, यह शख्स 25 साल तक इन सब चीजों को साथ लेकर चला. क्योंकि उसमें कोई कमजोरी नहीं थी. वह संपूर्ण बल्लेबाज था. उसकी तकनीक बेहतरीन थी और वह स्पिन, सीम और तेज गेंदबाजी को पूरे अधिकार से खेलता था.