नयी दिल्ली : सचिन तेंदुलकर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अगले महीने होने वाले अपने 200वें मैच के बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की. इसके साथ ही उनके भविष्य को लेकर लगायी जा रही अटकलों का दौर भी समाप्त हो गया.
फोटो :सचिन के आगे क्रिकेट हुआ नतमस्तक
हाल के समय में खराब फार्म से गुजर रहे 40 वर्षीय तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने के अपने फैसले से बीसीसीआई को अवगत करा दिया है. इसके साथ ही उनके 24 साल के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैरियर का भी अंत हो जायेगा.
तेंदुलकर ने कहा, मैंने अपने पूरे जीवन में भारत की ओर से क्रिकेट खेलने का सपना देखा. पिछले 24 साल से मैं रोजाना इस सपने को जी रहा हूं. मेरे लिए क्रिकेट खेले बिना जीवन की कल्पना करना मुश्किल है क्योंकि 11 साल की उम्र से मैंने सिर्फ यही किया है.
बीसीसीआई सचिव संजय पटेल द्वारा जारी विज्ञप्ति में तेंदुलकर ने कहा, अपने देश का प्रतिनिधित्व करना और दुनिया भर में खेलना बड़े सम्मान की बात है. मैं घरेलू सरजमीं पर अपना 200वां टेस्ट खेलने को लेकर उत्सुक हूं क्योंकि यह मेरा अंतिम टेस्ट होगा. तेंदुलकर ने अपने पूरे करियर के दौरान समर्थन और अपनी पसंद से टेस्ट से संन्यास का मौका देने के लिए बीसीसीआई का धन्यवाद दिया.
कप्तान के रुप में असफल रहे तेंदुलकर
उन्होंने कहा, मैं बीसीसीआई को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझे तब आगे बढ़ने का मौका दिया जब मुझे लगा कि अब समय हो गया है. मैं अपने परिवार को उनके धैर्य और समझ के लिए धन्यवाद देता हूं. इससे भी अधिक मैं अपने प्रशंसकों और शुभ चिंतकों को धन्यवाद देता हूं जिनकी दुआ और शुभकामनाओं से मुझे मैदान पर उतर कर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की शक्ति मिली. लंबे समय से खराब फार्म से जूझने के कारण सचिन तेंदुलकर पर टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का दबाव था विशेषकर युवा खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन करके उन पर दबाव बना रहे थे.
तेंदुलकर के 200वें टेस्ट की मेजबानी चाहता है जीसीए
तेंदुलकर का 200वां टेस्ट पूरी संभावना है कि उनके घरेलू मैदान मुंबई पर 14 नवंबर से खेला जाए. कोलकाता का ईडन गार्डन्स भी हालांकि इस ऐतिहासिक मैच की मेजबानी का प्रबल दावेदार है. बीसीसीआई ने वेस्टइंडीज के खिलाफ श्रृंखला के दो टेस्ट के स्थलों की अभी घोषणा नहीं की है.
वेस्टइंडीज के खिलाफ बीसीसीआई द्वारा घरेलू श्रृंखला के आयोजन के फैसले के बाद ही अटकलें लगायी जा रही थी कि तेंदुलकर को अपने घरेलू मैदान पर संन्यास लेने का मौका देने के लिए ऐसा किया गया है.
तेंदुलकर हमेशा कहते आये है कि वह तब तक खेलते रहेंगे जब तक उन्हें इसमें मजा आ रहा है लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने का दबाव उनका उम्रदराज होता शरीर अब झेल नहीं पा रहा.
हाल ही में उन्होंने आईपीएल से संन्यास ले लिया और चैम्पियंस लीग टी20 खिताब जीतकर उनकी टीम ने उन्हें विदाई दी.
क्रिकेट के इतिहास में सर्वाधिक रन बनाने वाले तेंदुलकर 198 टेस्ट में 53 . 86 की औसत से 15837 रन बना चुके हैं. वहीं 463 वनडे में 44 . 83 की औसत से 18426 रन बनाये हैं. वह 100 अंतरराष्ट्रीय शतक ( 51 टेस्ट और 49 वनडे में ) बनाने वाले एकमात्र बल्लेबाज हैं.
पाकिस्तान के खिलाफ 15 नवंबर 1989 में पहला टेस्ट खेलने वाले तेंदुलकर ने विनोद कांबली के साथ 1988 में लार्ड हैरीस शील्ड अंतर विद्यालयीन टूर्नामेंट में 664 रन की नाबाद साझेदारी की थी.
तेंदुलकर ने पहला शतक 1990 में इंग्लैंड के खिलाफ ओल्ड टैफर्ड में बनाया था. वह वनडे में दोहरा शतक जमाने वाले पहले बल्लेबाज हैं. उन्होंने फरवरी 2010 में ग्वालियर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ यह कारनामा किया था. उसे टाइम पत्रिका ने खेल जगत के दस सर्वश्रेष्ठ पलों में शामिल किया था.उन्हें सबसे बड़ी प्रशंसा 1999 में सर डान ब्रैडमेन से मिली जिन्होंने कहा था कि तेंदुलकर की शैली उनके जैसी है.