नयी दिल्ली: बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन और पूर्व कोषाध्यक्ष रवि सावंत ने भारतीय क्रिकेट की अच्छी छवि पेश करते हुए बोर्ड की सालाना रिपोर्ट में कहीं भी आईपीएल छह के स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण का जिक्र नहीं किया जिससे भारतीय क्रिकेट में हलचल मच गयी थी.सचिव संजय पटेल के दो पेज के नोट में स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी प्रकरण का मामूली सा उल्लेख किया गया है जिसमें पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी एस श्रीसंत और बीसीसीआई अध्यक्ष के दागी दामाद गुरुनाथ मय्यपन पर शामिल होने का आरोप है.
सालाना रिपोर्ट में डोपिंग रोधी तरीकों और उम्र सत्यापन प्रक्रिया पर पेज हैं लेकिन इसमें भी आईपीएल के पहले भारतीय डोपिंग के दोषी प्रदीप सांगवान के नाम का जिक्र नहीं है जबकि इसमें बताया गया है कि ‘‘364 अंडर-16 क्रिकेटर उम्र सत्यापन परीक्षण में विफल रहे’’.
हालांकि रिपोर्ट के तीसरे पेज में अध्यक्ष का नोट है, जिसमें विभिन्न क्रिकेट टीमों सीनियर, ‘ए’ टीम, अंडर-19 और अंडर-23 की उपलब्धियों की काफी तारीफ की गयी है. श्रीनिवासन ने अपने नोट का समापन यह कहते हुए किया है, ‘‘आईपीएल अपने छठे वर्ष में क्रिकेट सामग्री और मैचों में दर्शकों की संख्या के तौर पर काफी सफल रहा.’’