नयी दिल्ली : आईपीएल के पूर्व आयुक्त ललित मोदी ने अपने धुर विरोधी और आईसीसी के वर्तमान चेयरमैन एन श्रीनिवासन पर उन तीन खिलाडियों का बचाव करने का आरोप लगाया जो चेन्नई सुपरकिंग्स की तरफ से खेलते हैं और जिन पर उन्होंने एक व्यवसायी से रिश्वत लेने के आरोप लगाये हैं.
अपने ब्रिटिश यात्रा दस्तावेजों के कारण विवाद के केंद्र में चल रहे ललित ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर भी निशाना साधा और उसे चुनौती दी कि वह उनके खिलाफ लगाये गये धनशोधन (मनी लांड्रिंग) के आरोपों में सबूत पेश करे. लंदन में रह रहे इस पूर्व क्रिकेट प्रशासक ने कहा कि जब उन्हें लगेगा कि उनकी जान को खतरा नहीं है तभी वह भारत लौटेंगे. इस संबंध में वह सरकार के आश्वासन के हिसाब से नहीं चलेंगे.
ललित ने लंदन में इंडिया टुडे टीवी चैनल से कहा, भ्रष्टाचार निरोधक (आईसीसी चेयरमैन) एन श्रीनिवासन क्या कर रहा है, तीन खिलाडियों का बचाव जो चेन्नई सुपरकिंग्स के हैं. मैं इस सवाल का जवाब जानना चाहता हूं और भारत जानना चाहता है. उन्होंने कहा, यदि वह विश्वसनीय है, तो देश को भगवान बचाये, क्रिकेट को भगवान बचाये, खेलों को भगवान बचाये.
आईसीसी ने कल पुष्टि की कि उसे 2013 में ललित मोदी से पत्र मिला था जिसमें पूर्व आईपीएल आयुक्त ने आरोप लगाया था कि एक व्यवसायी ने तीन खिलाडियों को रिश्वत दी थी. श्रीनिवासन तब चेन्नई सुपरकिंग्स के मालिक थे. उन्होंने अब अपना मालिकाना हक छोड़ दिया है.
आईसीसी ने कहा, आईसीसी ललित मोदी के गोपनीय ईमेल की पुष्टि करता है जो जून 2013 में मिला था और जो हाल में ट्विटर पर प्रकाशित हुआ. उसे तब एसीएसयू के पास भेज दिया गया था. एसीएसयू ने अपनी मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरुप इस सूचना पर भी कार्रवाई की जिसमें बीसीसीआई की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई से यह सूचना साझा करना भी शामिल है. ललित ने आरोप लगाये कि बीसीसीआई ने शायद क्रिकेट बोर्ड में कुछ अंदरुनी राजनीति के कारण ईमेल को लीक किया.
उन्होंने इसके साथ ही दावा किया कि राजनीतिज्ञ और मीडिया उनका पीछा कर रहे हैं. ललित ने इस आरोप पर कि उन्होंने 700 करोड रुपये की राशि का धनशोधन किया, के बारे में कहा कि ईडी के पास इसको लेकर कोई साक्ष्य नहीं है. उन्होंने ईडी को सबूत उपलब्ध कराने की चुनौती दी.