चेन्नई : एन श्रीनिवासन आज यहां बीसीसीआई की आम सालाना बैठक में तीसरे साल निर्विरोध बोर्ड अध्यक्ष चुने गये, हालांकि वह उच्चतम न्यायालय के अगले आदेश तक कार्यभार नहीं संभालेंगे.
श्रीनिवासन अध्यक्ष पद के लिये एकमात्र उम्मीदवार थे, उन्हें दक्षिण क्षेत्र ने मनोनीत किया था. लेकिन वह अपनी जिम्मेदारियां तभी संभाल सकेंगे जब उच्चतम न्यायालय बिहार क्रिकेट संघ के सचिव आदित्य वर्मा द्वारा उनके उम्मीदवार बनने के खिलाफ दायर किये गये मामले पर अंतिम फैसला देगा.
श्रीनिवासन के अध्यक्ष चुने जाने की उम्मीद पहले से ही थी, भले ही वह आईपीएल सट्टेबाजी और स्पाट फिक्सिंग प्रकरण मामले में अपने दामाद और चेन्नई सुपरकिंग्स के प्रिंसिपल गुरुनाथ मयप्पन के खिलाफ आरोप पत्र दायर होने से कड़ी आलोचनाओं का सामना कर रहे हों.
श्रीनिवासन की कंपनी इंडिया सीमेंट्स चेन्नई सुपरकिंग्स की मालिक है. आम सालाना बैठक में शुरु में अन्य शीर्ष अधिकारी भी निर्विरोध चुने गये. मध्य क्षेत्र से उपाध्यक्ष सुधीर डबीर और उनके पश्चिम क्षेत्र के साथी निरंजन शाह को उनके पद से हटा दिये जाने के बाद रवि सावंत (पश्चिम) और राजीव शुक्ला (मध्य) को इनकी जगह लाया गया.
एक अन्य वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने भी राजनीतिक प्रतिबफ्ताओं के कारण उपाध्यक्ष पद छोड़ दिया था और उनकी जगह दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के साथी स्नेह बसंल को चुना गया.