मीरपुर : भारत को कल यहां दूसरे वनडे में छह विकेट से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला में 2-0 की विजयी बढ़त हासिल करने वाला बांग्लादेश अपने क्रिकेट इतिहास में पहली बार टीम इंडिया को लगातार दो एकदिवसीय मैचों में हराने के अलावा पहली बार श्रृंखला जीतने में भी सफल रहा. इससे पूर्व बांग्लादेश ने […]
मीरपुर : भारत को कल यहां दूसरे वनडे में छह विकेट से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला में 2-0 की विजयी बढ़त हासिल करने वाला बांग्लादेश अपने क्रिकेट इतिहास में पहली बार टीम इंडिया को लगातार दो एकदिवसीय मैचों में हराने के अलावा पहली बार श्रृंखला जीतने में भी सफल रहा. इससे पूर्व बांग्लादेश ने पहला वनडे भी 79 रन से जीता था.
बांग्लादेश की भारत के खिलाफ 31 मैचों में यह पांचवीं जीत है जबकि उसे 25 मैचों में हार का सामना पडा है. एक मैच बेनतीजा रहा. बांग्लादेश ने पहली बार भारत के खिलाफ द्विपक्षीय श्रृंखला जीती है. इससे पहले 2004-05, 2007 और 2014 में उसे भारत के हाथों शिकस्त झेलनी पडी थी.
बांग्लादेश ने घरेलू सरजमीं पर यह वनडे में लगातार 10वीं जीत है जो उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. भारत को लगातार दो मैचों में हराने से पहले बांग्लादेश ने जिंबाब्वे के खिलाफ 5-0 जबकि पाकिस्तान के खिलाफ 3-0 से जीत दर्ज की थी. इस जीत के साथ बांग्लादेश ने इंग्लैंड में 2017 में होने वाली आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए भी क्वालीफाई कर लिया है.
भारतीय पारी के दौरान रोहित शर्मा, अंबाती रायुडू और अक्षर पटेल खाता खोलने में भी नाकाम रहे. बांग्लादेश के खिलाफ यह दूसरा मौका है जबकि भारत के तीन बल्लेबाज शून्य पर आउट होकर पवेलियन लौटे. इससे पहले 17 मार्च 2007 को पोर्ट आफ स्पेन में महेंद्र सिंह धौनी, हरभजन सिंह और अजित अगरकर बांग्लादेश के खिलाफ खाता नहीं खोल पाए थे.
महेंद्र सिंह धौनी बांग्लादेश के खिलाफ वनडे में 500 या इससे अधिक रन बनाने वाले छठे भारतीय बल्लेबाज हैं. उनके नाम अब 19 मैचों में 54.10 की औसत से 541 रन दर्ज हैं. इससे पहले विराट कोहली (945), सचिन तेंदुलकर (827), सौरव गांगुली (736), गौतम गंभीर (732) और वीरेंद्र सहवाग (724) यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं. भारतीय पारी में छह विकेट चटकाने वाले मुस्तफिजुर रहमान वनडे पारी में छह विकेट हासिल करने वाले तीसरे बांग्लादेशी गेंदबाज हैं. वह अपने पहले दो वनडे में 11 विकेट चटकाने वाले दुनिया के पहले गेंदबाज हैं.