नयी दिल्ली : हरभजन सिंह को भारत ए टीम में शामिल नहीं किया गया है, जिससे उनके लिये वापसी के बहुत सीमित मौके बचे हैं लेकिन यह स्पिनर राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के लिये आगामी चैम्पियंस लीग टी20 में प्रभावशाली प्रदर्शन करने के लिये प्रतिबद्ध है.
अन्य सीनियर खिलाड़ी जैसे वीरेंद्र सहवाग और जहीर खान को वापसी के लिये वेस्टइंडीज ए के खिलाफ श्रृंखला के लिये भारत ए टीम में शामिल किया गया, लेकिन हरभजन के पास टी20 प्रतियोगिता में अपनी काबिलियत साबित करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है. हरभजन चैम्पियंस लीग टी20 के लिये मुंबई इंडियंस टीम के साथ अहमदाबाद में ट्रेनिंग कर रहे हैं.
उन्होंने अहमदाबाद से फोन पर कहा, मैं किसी भी प्रारुप में खेलने के लिये हमेशा खुश रहता हूं, भले ही यह दिन का क्रिकेट हो, वनडे हो या फिर टी20 मैच. आप जो भी सांमजस्य बिठाते हो, सफलता के मूल सिद्धांतों में कोई बदलाव नहीं होता. भले ही यह टेस्ट या टी20 क्रिकेट, विकेट चटकाने की कला हमेशा समान रहती है.
हरभजन ने कहा, आप टी20 प्रारुप में कम रन देने के बारे में सोच सकते हो, जबकि आप टेस्ट में प्रयोग कर सकते हो. लेकिन दोनों प्रारुपों में आपको विकेट चटकाने वाली गेंद फेंकने की जरुरत होती है जिससे आप मैच जीत सकते हो. इस समय मेरा ध्यान पूरी तरह चैम्पियंस लीग टी20 में मुंबई इंडियंस की ओर से अच्छा प्रदर्शन करने पर लगा है. इस 33 वर्षीय गेंदबाज ने 24 विकेट चटकाकर मुंबई इंडियंस की आईपीएल जीत में अहम भूमिका निभायी थी.
हरभजन ने तीनों प्रारुपों में 694 अंतरराष्ट्रीय विकेट चटकाये हैं. उन्होंने माना कि उनमें अब भी शीर्ष स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करने की क्षमता और भूख मौजूद है. उन्होंने कहा, मेरे अंदर अब भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा खेलने की भूख मौजूद है. लेकिन अभी जो मेरे हाथ में है, मैं उसी पर ध्यान लगाना चाहता हूं. मैं एक बार में एक मैच पर ही ध्यान लगाना और अपना शत प्रतिशत देना चाहता हूं. मेरा काम जिस भी मैच में खेल रहा हूं, उसमें प्रदर्शन करना है. लंबे प्रारुप में खेलने पर भी मुझे खुशी होगी. लेकिन मैं इसके लिये रणजी ट्राफी तक इंतजार करना चाहूंगा.