नयी दिल्ली: जिम्बाब्वे दौरे से लौटने के बाद पिछले एक महीने से आराम फरमा रहे भारत के अधिकतर क्रिकेटरों को अब अगले एक साल से भी अधिक समय तक भारतीय टीम के व्यस्त कार्यक्रम के कारण अवकाश लेने का मौका नहीं मिलेगा.भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी तो जिम्बाब्वे दौरे पर भी नहीं गये और इस तरह से उन्होंने लगभग दो महीने अपने परिवार के साथ बिताये, लेकिन आगे उनके लिये इस तरह का लंबा अवकाश मिलना मुश्किल है क्योंकि 21 सितंबर से शुरु हो रहे चैंपियन्स लीग के शुरु होने के बाद वह भी देश के अधिकतर क्रिकेटरों की तरह व्यस्त हो जाएंगे.
भारतीय टीम का आगे का कार्यक्रम काफी व्यस्तता वाला है. चैंपियन्स लीग में आईपीएल की चार टीमें खेल रही है. इसलिए अधिकतर भारतीय क्रिकेटरों के लिये नये सत्र की शुरुआत इस टी20 लीग से हो जाएगी. इस टूर्नामेंट के समाप्त होने के बाद भारत को आस्ट्रेलिया के खिलाफ दस अक्तूबर से दो नवंबर तक एक टी20 और सात एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला खेलनी है. सचिन तेंदुलकर को 200वां टेस्ट मैच खेलने का मौका स्वदेश में देने के लिये भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने नवंबर में वेस्टइंडीज की मेजबानी करने का फैसला किया है. वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने इस श्रृंखला के लिये हामी भर दी है जिसमें दो टेस्ट मैचों के अलावा तीन एकदिवसीय मैच खेले जाएंगे.
बीसीसीआई ने अभी तक दक्षिण अफ्रीकी दौरे को मंजूरी नहीं दी है लेकिन पूरी संभावना है कि भारतीय टीम दिसंबर और जनवरी के शुरु तक वहां का संक्षिप्त दौरा करेगी. दक्षिण अफ्रीका से लौटने के बाद भारतीय खिलाड़ियों को न्यूजीलैंड की उड़ान पकड़नी होगी जहां उसे 19 जनवरी से पांच वनडे और दो टेस्ट मैच खेलने हैं. दिलचस्प बात यह है कि दक्षिण अफ्रीका ने जो भारत के खिलाफ श्रृंखला का जो कार्यक्रम तैयार किया उसके हिसाब से इन दोनों देशों के बीच जोहानिसबर्ग में तीसरा टेस्ट मैच 19 जनवरी को समाप्त होगा, जो कि वर्तमान परिस्थितियों में संभव नहीं है.
भारतीय टीम का न्यूजीलैंड दौरा 18 फरवरी को समाप्त होगा. उसे स्वदेश लौटने के तुरंत बाद बांग्लादेश जाना पड़ेगा जहां 24 फरवरी से आठ मार्च के बीच एशिया कप खेला जाना है.इसके बाद भारतीय टीम का अंतरराष्ट्रीय सत्र समाप्त हो जाएगा लेकिन खिलाड़ियों को उसके बाद सातवें आईपीएल की तैयारियों जुटना है, जो लगभग दो महीने तक चलेगा. यदि बीसीसीआई किसी नई श्रृंखला का कार्यक्रम तैयार नहीं करता है तो खिलाड़ियों को अगले साल जून में विश्रम करने का मौका मिल सकता है क्योंकि इसके बाद टीम को इंग्लैंड दौरे पर जाना है.
भारत को इंग्लैंड दौरे में पांच टेस्ट और पांच एकदिवसीय मैच खेलने हैं. यह श्रृंखला नौ जुलाई से शुरु होकर पांच सितंबर तक चलेगी. इसके बाद भारतीय टीम फिर से नये सत्र की तैयारियों में जुट जाएगी.