विश्व कप 2015 की सुखद समाप्ति हो चुकी है. ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड को रौंदकर ट्रॉफी पर कब्जा जमाया. कंगारूओं ने पांचवीं बार विश्व विजेता बनने का गौरव प्राप्त किया है. भारत की उम्मीदें सेमीफाइनल में ही समाप्त हो गयी. हालांकि टीम इंडिया ने विश्व कप में शानदार प्रदर्शन किया और लगातार सात मैच जीतने का […]
विश्व कप 2015 की सुखद समाप्ति हो चुकी है. ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड को रौंदकर ट्रॉफी पर कब्जा जमाया. कंगारूओं ने पांचवीं बार विश्व विजेता बनने का गौरव प्राप्त किया है. भारत की उम्मीदें सेमीफाइनल में ही समाप्त हो गयी. हालांकि टीम इंडिया ने विश्व कप में शानदार प्रदर्शन किया और लगातार सात मैच जीतने का रिकार्ड बनाया.
बहरहाल मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार विश्व कप में टीम इंडिया के साथ धोखा हुआ है. मीडिया जगत में खबर चल रही है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम को जो ट्रॉफी सौंपी गयी वह असली थी, जबकि 2011 विश्व कप में भारतीय टीम को जो ट्रॉफी सौंपी गयी थी वह आईसीसी विश्व कप ट्रॉफी का प्रतीक था. यानी ऑस्ट्रेलिया को असली और भारतीय टीम को नकली ट्रॉफी दी गयी थी.
* कैसे हुआ खुलासा
दरअसल 29 मार्च को जब ऑस्ट्रेलियाई टीम को आईसीसी चेयरमैन एन श्रीनिवासन ने ट्रॉफी सौंपी तो वह अलग थी और माइकल क्लार्क की अगुआई में जब ऑस्ट्रेलियाई टीम सड़क पर जश्न मना रही थी तो ट्रॉफी अलग थी. माइकल क्लार्क के हाथों में असली ट्रॉफी देखी गयी. ट्रॉफी में आज तक के विजेता टीमों के नाम मौजूद थे, जबकि एन श्रीनिवासन ने जो ट्रॉफी सौंपी थी उसके आधार पर टीमों के नाम मौजूद नहीं थे.
* असली ट्रॉफी आईसीसी के पास ही रहती है
दरअसल असली विश्व कप ट्रॉफी को आईसीसी अपने पास ही रखती है. उसे विश्व विजेता टीम को नहीं सौंपी जाती है. विजयी टीम को जो ट्रॉफी दी जाती है वह प्रतीक मात्र होती है. लेकिन इस बार ऑस्ट्रेलियाई टीम को कैसे असली ट्रॉफी मिल गयी यह सवालों के घेरे में है. हालांकि अभी तक मीडिया में चल रही खबरों का खंडन नहीं किया गया है.