कैनबरा : विश्व कप में पहला दोहरा शतक जडकर कई रिकार्ड तोडने वाले क्रिस गेल ने आज यहां स्वीकार किया कि पिछले कुछ समय से खराब फार्म के कारण वह रन बनाने के लिये काफी दबाव में था. गेल ने इससे पहले अपना आखिरी वनडे शतक 2013 में लगाया था और उन पर बडी पारी […]
कैनबरा : विश्व कप में पहला दोहरा शतक जडकर कई रिकार्ड तोडने वाले क्रिस गेल ने आज यहां स्वीकार किया कि पिछले कुछ समय से खराब फार्म के कारण वह रन बनाने के लिये काफी दबाव में था. गेल ने इससे पहले अपना आखिरी वनडे शतक 2013 में लगाया था और उन पर बडी पारी खेलने का बहुत अधिक दबाव था. बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने जिम्बाब्वे के खिलाफ विश्व कप पूल बी के मैच में 147 गेंदों पर 215 रन बनाये जिसमें दस चौके और 16 छक्के शामिल हैं.
उन्होंने अपनी इस पारी के बाद कहा, मैं इस पारी के लिये ईश्वर का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं. मुझ पर रन बनाने के लिये काफी दबाव था. मुझे ट्विटर और मेरे सेलफोन पर प्रशंसकों के संदेश मिल रहे थे. मैं नहीं जानता कि इससे पहले कभी इतने अधिक प्रशंसकों ने चाहा होगा कि क्रिस गेल अच्छा प्रदर्शन करे.
गेल ने कहा, मैंने कभी इस तरह का दबाव महसूस नहीं किया था. मैंने धीमी शुरुआत की क्योंकि मैं क्रीज पर टिके रहकर पारी संवारना चाहता था. मैं पहली गेंद पर आउट नहीं होना चाहता था. मैंने क्रीज पर समय बिताने के बाद अपने शाट खेलने शुरु किये.
उन्होंने कहा, मैं बहुत खुश हूं कि मैं दोहरा शतक लगाने में सफल रहा. जब से रोहित शर्मा ने दूसरा दोहरा शतक लगाया था तब से मुझ पर एक शतक बनाने का दबाव था. गेल विश्व कप में दोहरा शतक जडने वाले पहले बल्लेबाज हैं लेकिन एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनसे पहले भारत के तीन बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और रोहित शर्मा यह कारनामा कर चुके हैं. रोहित के नाम पर दो दोहरे शतक दर्ज हैं.
इस 35 वर्षीय विस्फोटक बल्लेबाज ने स्वीकार किया कि अब उम्र भी उन पर हावी होती जा रही है. उन्होंने कहा, कई बार लोग नहीं समझते कि आप किस स्थिति से गुजर रहे हो क्योंकि मैं चोटों से भी जूझ रहा था. मैं युवा नहीं हूं और निश्चित तौर पर उम्र भी मेरे पर हावी हो रही है.
गेल ने कहा, कुल मिलाकर मैं खुश हूं क्योंकि मैं जितना संभव हो सके यह पारी खेलना चाहता था. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच से पहले मैं इस तरह की पारी खेलना चाहता था. बाद में बल्लेबाजी करना आसान रहा.