चेन्नई : बीसीसीआई की कार्यसमिति के सदस्यों ने आज सर्वसम्मति से सुझाव दिया कि निर्वासित अध्यक्ष एन श्रीनिवासन एंड कंपनी के खिलाफ निराधार अफवाहें फैला रहे अमान्य क्रिकेट एसोसिएशन आफ बिहार के सचिव आदित्य वर्मा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाये. कार्यसमिति की बैठक में मौजूद बीसीसीआई के एक सीनियर सदस्य ने कहा , कार्यसमिति […]
चेन्नई : बीसीसीआई की कार्यसमिति के सदस्यों ने आज सर्वसम्मति से सुझाव दिया कि निर्वासित अध्यक्ष एन श्रीनिवासन एंड कंपनी के खिलाफ निराधार अफवाहें फैला रहे अमान्य क्रिकेट एसोसिएशन आफ बिहार के सचिव आदित्य वर्मा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाये.
कार्यसमिति की बैठक में मौजूद बीसीसीआई के एक सीनियर सदस्य ने कहा , कार्यसमिति के एक सदस्य ने आज आदित्य वर्मा के लगातार बेबुनियाद दावों पर आपत्ति जताई और कहा कि कार्यसमिति के सदस्यों को इस पर गौर करना चाहिये. बीसीसीआई वर्मा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की सोच रहा है जो श्रीनिवासन के बारे में लगातार अफवाहें फैला रहे हैं और शिवलाल यादव तथा राजीव शुक्ला को लेकर भी हितों के टकराव का दावा किया है. यादव बीसीसीआई के अंतरिम अध्यक्ष हैं जबकि शुक्ला उपाध्यक्ष हैं.
एक सूत्र ने कहा , बीसीसीआई की कई मान्य ईकाइयां वर्मा के खिलाफ मामला दर्ज करा सकती है जो कथित रुप से शशांक मनोहर, ललित मोदी और एसी मुथैया गुट का मोहरा है. उन्होंने कहा , श्रीनिवासन ने शिवलाल के कथित हितों के टकराव का मसला उठाया.
उन्होंने कहा कि वर्मा ने कहा है कि शिवलाल का बेटा अर्जुन मेरी कंपनी में काम करता है जो सरासर झूठ है.
एक पूर्व अध्यक्ष ने मुद्गल आयोग से कहा कि आईपीएल सीईओ सुंदर रमन मेरे रिश्तेदार है. मैं कहना चाहता हूं कि सुंदर मेरा रिश्तेदार नहीं है और उसे ललित मोदी ने नियुक्त किया था. कई तरह के आरोप लगाये जा रहे हैं और बीसीसीआई को इनका जवाब देना होगा.