नयी दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने चैंपियन्स ट्राफी के स्थान पर 2017 से टेस्ट चैंपियनशिप का आयोजन का फैसला किया है लेकिन यह पहला अवसर नहीं होगा जबकि दो से अधिक टीमों के बीच किसी टूर्नामेंट का आयोजन किया जाएगा.
आईसीसी ने कल लंदन में अपनी वार्षिक बैठक में चैंपियन्स ट्राफी एकदिवसीय टूर्नामेंट के बजाय टेस्ट चैंपियनशिप के आयोजन का फैसला किया. इसका पहला टूर्नामेंट 2017 में इंग्लैंड और दूसरा 2021 में भारत में आयोजित किया जाएगा. खेल के तीनों प्रारुपों के लिये विश्व स्तर के अलग अलग टूर्नामेंट आयोजित करने के उद्देश्य से आईसीसी ने टेस्ट चैंपियनशिप के विचार को मूर्तरुप दिया है लेकिन विश्व स्तर पर पहले भी ऐसे टूर्नामेंट खेले जा चुके हैं. इस तरह का पहला विचार आज से 100 साल से भी पहले दक्षिण अफ्रीका के अबे बैली ने रखा था.
दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट संघ के तत्कालीन अध्यक्ष बैली ने 1907 में ‘इंपीरियल क्रिकेट संघ’ का गठन करने के लिये एमसीसी को पत्र लिखा था. उन्होंने उस समय ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच त्रिकोणीय टेस्ट श्रृंखला आयोजित करने का विचार रखा था. तब ये तीनों देश ही टेस्ट मैच खेला करते थे.
ऑस्ट्रेलिया को शुरु में उनका विचार पसंद नहीं आया लेकिन 15 जून 1909 को हुई बैठक में तीनों देश इस तरह के टूर्नामेंट के आयोजन पर सहमत हो गये. आखिर में 1912 में पहली बार तीनों देशों के बीच त्रिकोणीय टूर्नामेंट खेला गया, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के चोटी के खिलाड़ियों के भाग नहीं लेने, इंग्लैंड में उस साल बहुत अधिक बारिश होने तथा ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के मैचों में दर्शकों की खास रुचि नहीं होने के कारण यह टूर्नामेंट असफल रहा था.