सिडनी : पाकिस्तान के हाथों 2-0 से श्रृंखला गवाने के बाद ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम की कमजोरियों पर चर्चा शुरू हो गयी है. कंगरु एक बार फिर से एशियाई खिलाडियों की फिरके के चक्कर में फंस गये. पाक स्पिनरों ने ऑस्ट्रेलिया की टीम को खुलकर कभी नहीं खेलने दिया और दो टेस्टों की श्रृंखला 2-0 से […]
सिडनी : पाकिस्तान के हाथों 2-0 से श्रृंखला गवाने के बाद ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम की कमजोरियों पर चर्चा शुरू हो गयी है. कंगरु एक बार फिर से एशियाई खिलाडियों की फिरके के चक्कर में फंस गये. पाक स्पिनरों ने ऑस्ट्रेलिया की टीम को खुलकर कभी नहीं खेलने दिया और दो टेस्टों की श्रृंखला 2-0 से जीत लिया.
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के हाई परफोरमेन्स प्रमुख पैट हावर्ड ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की एशियाई परिस्थितियों में स्पिन खेलने की अयोग्यता का समाधान निकालने में अभी समय लगेगा. कप्तान माइकल क्लार्क ने पाकिस्तान के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में 356 रन की हार के बाद स्वीकार किया था कि उनकी टीम स्पिन के खिलाफ सबक सीखने में नाकाम रही.
हावर्ड ने कहा कि इस समस्या के निदान के लिय कदम उठाये गये हैं तथा ब्रिस्बेन में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अभ्यास केंद्र पर स्पिनरों को मदद पहुंचाने वाली पिचें तैयार की गयी हैं. उन्होंने कहा कि सीए विदेशी स्पिन सलाहकारों जैसे श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन आदि की मदद लेता रहेगा. हावर्ड ने कहा, यह सब सुधार के लिये किया जा रहा है लेकिन इसका रातों रात समाधान नहीं निकाला जा सकता. इसके लिये समय और कड़ी मेहनत चाहिए.