लीस्टर (ब्रिटेन): भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने इंग्लैंड के लंबे दौरे की शुरुआत की पूर्व संध्या पर कहा कि अच्छे खिलाडियों को एक श्रृंखला में खराब प्रदर्शन के आधार पर बाहर नहीं किया जाना चाहिए और उन्हें फार्म में वापसी का मौका मिलना चाहिए.
धौनी ने इंग्लैंड पहहुंचने के बाद पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा, मेरा मानना है कि खिलाडियों का समर्थन करना महत्वपूर्ण है. यह मायने नहीं रखता कि वह कप्तान है या बल्लेबाज या गेंदबाज. भारतीय टीम 2011 के निराशाजनक दौरे को भुलाकर यहां लीस्टरशर के खिलाफ तीने दिवसीय अभ्यास मैच से सकारात्मक शुरुआत करने की कोशिश करेगी.
धौनी से जब इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टेयर कुक के बारे में पूछा गया जिनकी खराब फार्म के कारण उनकी टीम को श्रीलंका के खिलाफ श्रृंखला गंवानी पडी, तो भारतीय कप्तान ने कहा, प्रत्येक खिलाड़ी बुरे दौर से गुजरता है और आपको सही समय पर खिलाड़ी का पक्ष लेने की जरुरत पडती है क्योंकि जब आप बड़ी पारियां खेलते हैं उस समय तो हर कोई आपके साथ होगा.
उन्होंने कहा, मीडिया के लिये भी यह जरुरी है वह समझे कि पिछली बार जब हम यहां आये थे तब उसने कैसा प्रदर्शन किया था और उसके बारे में क्या लिखा गया था. भारतीय कोच डंकन फ्लैचर तब इंग्लैंड के कोच थे जब कुक ने 2006 में अपना पहला टेस्ट मैच खेला. उन्होंने कहा कि एसेक्स के यह सलामी बल्लेबाज मानसिक रुप से मजबूत है और वह दबाव से उबर जाएगा.
उन्होंने कहा, मैं धौनी से सहमत हूं. कई लोग आपको बाहर करने की कोशिश करेंगे लेकिन ऐसे में आपको समर्थन की जरुरत पडती है. एलिस्टेयर मानसिक रुप से मजबूत है और वह साबित कर चुका है कि वह बहुत अच्छा सलामी बल्लेबाज है. प्रत्येक खिलाड़ी के करियर में अच्छा और बुरा दौर आता है. भारत इस दौर में पांच टेस्ट, पांच वनडे और एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेगा.