रणजी का रण : प्रज्ञान ओझा को टीम की कमान, प्लेट ग्रुप में उत्तराखंड से एक नवंबर को पहला मैच
पटना : 17 साल बाद रणजी के रण में भाग लेने के लिए रविवार को बिहार टीम की घोषणा कर दी गयी. बिहार विभाजन के बाद पहली बार रणजी ट्रॉफी में बिहार का पहला मुकाबला उत्तराखंड से एक नवंबर को राजीव गांधी स्टेडियम, देहरादून में होगा. टीम घोषणा के बाद कोच सुब्रतो मुखर्जी ने कहा कि सालों बाद बिहार को रणजी खेलने का मौका मिला है.
यह राज्य के लिए बड़ी उपलब्धि है. टीम के सभी खिलाड़ी बेहतर है. हमें तैयारी के लिए थोड़ा कम समय मिला, लेकिन प्लेट ग्रुप में हम उम्दा प्रदर्शन करेंगे. उत्तराखंड की टीम हमारे ग्रुप में सबसे अच्छी टीम है पर हम विजय हजारे की तरह रणजी के भी इलिट ग्रुप में प्रवेश करेंगे.
कप्तान प्रज्ञान ओझा ने कहा कि टीम संतुलित है. हमारे टीम में केशव कुमार, बाबुल और समर कादरी जैसे अनुभवी खिलाड़ी है. स्पिन गेंदबाजी में मेरा सहयोग समर कादरी कर रहे हैं. टीम एकजुट होकर खेलेगी, तो परिणाम अच्छे निकलेंगे.
टीम के खिलाड़ियों, कोच सहित सपोर्टिंग सदस्यों को संबोधित करते हुए बीसीए एडवाइजरी कमेटी के सदस्य और पूर्व विधायक शिवेश कुमार ने कहा कि इस सत्र में बिहार की टीम का अब तक का प्रदर्शन सराहनीय रहा है. उम्मीद है की देश के सबसे बड़े घरेलू टूर्नामेंट में भी बिहार अपने प्रदर्शन को जारी रखेगा. इस दौरान बीसीए सचिव रविशंकर प्रसाद सिंह ने कहा कि 17 वर्ष बाद एक नवंबर को बिहार का रणजी खेलने का सपना पूरा होगा. मौके पर बीसीए के उपाध्यक्ष नवीन जमुआर, बिहार महिला टीम के कोच तरुण कुमार भोला, अंपायरिंग कमेटी के अध्यक्ष एलपी वर्मा, पैनल अंपायर डीपी त्रिपाठी, रवींद्र मोहन, मीडिया कमेटी के संयोजक संतोष झा व अन्य मौजूद थे.
एक मैच के लिए टीम : प्रज्ञान ओझा (कप्तान), केशव कुमार (उपकप्तान), बाबुल कुमार, समर कादरी, मो रहमतुल्लाह, आशुतोष अमन, अनुनय नारायण सिंह, इंद्रजीत, विकास रंजन, कुमार रजनीश, हिमांशु हरी, विवेक मोहन, उत्कर्ष भास्कर, अभिजीत साकेत, शब्बीर खान, मैनेजर प्रदीप कुमार, कोच सुब्रतो बनर्जी, फिजिओ डॉ अभिषेक, ट्रेनर गोपाल कुमार.