नई दिल्ली : महेंद्र सिंह धौनी के हितों में कथित टकराव को लेकर शुरु हुए विवाद के बीच खेल प्रबंधन कंपनी रिती स्पोर्ट्स ने आज कहा कि भारतीय क्रिकेट कप्तान का कंपनी में कोई हिस्सा नहीं है.
इस तरह की खबरें थी कि रिती स्पोर्ट्स में धौनी का 15 प्रतिशत हिस्सा है. यह कंपनी भारतीय कप्तान के अलावा सुरेश रैना, रविंद्र जडेजा और प्रज्ञान ओझा का प्रबंधन भी देखती है. कंपनी ने हालांकि स्पष्ट किया कि धौनी अल्प समय के लिए कंपनी के शेयरधारक थे लेकिन अब उनका कोई अंश नहीं है.
कंपनी के चेयरमैन अरुण पांडे ने एक बयान में कहा, ‘‘आज की तारीख में महेंद्र सिंह धौनी का रिती स्पोर्ट्स मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड में कोई हिस्सा नहीं है. हालांकि यह स्पष्ट कर दिया जाए कि एक साल से अधिक पुराने लंबित भुगतान के लिए 22 मार्च 2013 को उन्हें कुछ अंश आवंटित किए गए थे.’’
उन्होंने कहा, ‘‘अप्रैल 2013 को भुगतान कर दिया गया और 26 अप्रैल 2013 को शेयर दोबारा कंपनी के प्रमोटर को स्थानांतरित कर दिए गए.’’ वर्ष 2010 में धौनी ने कथित तौर पर रिती स्पोर्ट्स के साथ 210 करोड़ का करार किया था. प्रति वर्ष 70 करोड़ रुपये के साथ यह भारतीय क्रिकेट का सबसे महंगा करार था.
पांडे ने कहा, ‘‘रिती स्पोर्ट्स मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड में हम महेंद्र सिंह धोनी के हितों में कथित टकराव से संबंधित मीडिया में आई खबरों से व्यथित हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘इन अटकलों पर विराम लगाने के लिए हम यह बयान जारी कर रहे हैं जिससे सभी को सही तथ्य की जानकारी हो जाए.’’
पांडे ने कहा, ‘‘यह स्पष्ट कर दिया जाए कि रिती स्पोर्ट्स मैनेजमेंट खेल के क्षेत्र में और देश प्रति अपनी जिम्मेदारी से अच्छी तरह वाकिफ है और देश के कानून का पूरा सम्मान करता है.’’