मुंबई : मुंबई इंडियंस पर सात विकेट की जीत के बाद आत्मविश्वास से भरी चेन्नई सुपरकिंग्स कल यहां सात आईपीएल के दूसरे क्वालीफायर में किंग्स इलेवन पंजाब से भिडेगी जिसमें विस्फोटक बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल उसके लिये बडा खतरा होंगे. किंग्स इलेवन पंजाब ने इस 25 वर्षीय आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज की 90 से ज्यादा रन की पारियों […]
मुंबई : मुंबई इंडियंस पर सात विकेट की जीत के बाद आत्मविश्वास से भरी चेन्नई सुपरकिंग्स कल यहां सात आईपीएल के दूसरे क्वालीफायर में किंग्स इलेवन पंजाब से भिडेगी जिसमें विस्फोटक बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल उसके लिये बडा खतरा होंगे. किंग्स इलेवन पंजाब ने इस 25 वर्षीय आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज की 90 से ज्यादा रन की पारियों की बदौलत अबुधाबी और कटक में हुए टी20 लीग के ग्रुप चरण के मैचों में दो बार की चैम्पियन चेन्नई सुपरकिंग्स को शिकस्त दी थी.
वानखेडे स्टेडियम पर कल दूसरा क्वालीफायर चेन्नई को उन दो हार का बदला चुकता करने का बढिया मंच और बेंगलूर में कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ एक जून को होने वाली खिताबी भिडंत में पहुंचने का मौका प्रदान करेगा.
चेन्नई सुपरकिंग्स को छठी बार फाइनल में प्रवेश करने की उपलब्धि हासिल करने के लिये मैक्सवेल को रोकना होगा जिसने आराम से उसके गेंदबाजों की धज्जियां उडायी, जिनमें विशेषकर दो स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा शामिल रहे.
मैक्सवेल इस सत्र में 539 रन से तीसरे सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाडी हैं, उन्होंने पिछले महीने अबुधाबी में 43 गेंद में 95 रन और फिर कटक में महज 35 गेंद में 90 रन की पारी खेलकर पंजाब को चेन्नई सुपरकिंग्स पर जीत दिलायी. मैक्सवेल ने चेन्नई के अश्विन और जडेजा की धज्जियां उडायी और चेन्नई का थिंक टैंक निश्चित रुप से इस करो या मरो के मुकाबले में इस बारे में चर्चा जरुर करेगा.
लेकिन चेन्नई निश्चित रुप से इस बात का फायदा उठाना चाहेगी कि ग्रुप चरण में तूफानी गति से आगे बढ रही किंग्स इलेवन पंजाब पिछले कुछ मैचों में ढीली पड गयी है. उन्हें कल ईडन गार्डंस में कोलकाता नाइटराइडर्स से शिकस्त दी.
पंजाब को चेन्नई को टक्कर देने के लिये तेजी से एकजुट होने के अलावा यात्र की थकान से भी उबरना होगा क्योंकि विपक्षी टीम ने बीती रात यहां मुंबई इंडियंस को हराया था.
चेन्नई ने अपनी सलामी जोडी में बदलाव करते हुए दक्षिण अफ्रीका के फाफ डु प्लेसिस को फार्म में चल रहे न्यूजीलैंड के कप्तान ब्रैंडन मैकुलम के बजाय ड्वेन स्मिथ :इस सत्र में 559 रन बनाकर दूसरे सर्वाधिक रन बनाने वाले: के साथ भेजा.
इस रणनीति का उन्हें फायदा भी मिला क्योंकि इन दोनों सलामी बल्लेबाजों ने तेजी से अर्धशतकीय साङोदारी निभाकर टीम के लिये मजबूत नींव रखी। सुरेश रैना ने 33 गेंद में नाबाद 54 रन बनाये और डेविड हस्सी के साथ अंत तक टिके रहे जिन्होंने 29 गेंद में नाबाद 40 रन बनाये। चौथे विकेट के किलये 89 रन की नाबाद साङोदारी से चेन्नई ने मुंबई का आठ विकेट पर 173 रन के स्कोर का पीछा किया. चेन्नई ने ओवरआल बेहतरीन प्रदर्शन किया और उन्हें पंजाब के खिलाफ ऐसा ही प्रदर्शन करना होगा जो पहली बार आईपीएल फाइनल में प्रवेश करने की उम्मीद लगाये है.