दुबई: भ्रष्टाचार निरोधक जांच में ब्रेंडन मैकुलम की गवाही मीडिया को लीक होने से खफा आइसीसी ने आज मामले की जांच शुरु कर दी और यह भी कहा कि कीवी कप्तान शक के दायरे में नहीं है. आइसीसी के मुख्य कार्यकारी डेविड रिचर्डसन ने कहा कि मैकुलम की गवाही लीक होना संजीदा मसला है.
उन्होंने एक बयान में कहा, हम मामले की जांच कर रहे हैं कि उसके बयान मीडिया तक कैसे पहुंचे ताकि खेल से जुडे पक्षों को आश्वस्त कर सके और वे एसीएसयू और भ्रष्टाचार निरोधक ईकाइयों पर अपना भरोसा कायम रख पायें.रिचर्डसन ने कहा, हम समझते हैं कि क्रिकेट में भ्रष्टाचार के खिलाफ लडायी में सभी पक्षों के लिये यह चिंताजनक घटनाक्रम है. हम यह बताना चाहते हैं कि ब्रेंडन मैकुलम इस मामले में किसी जांच के दायरे में नहीं है.
उन्होंने कहा, हमने ब्रेंडन को पूरा सहयोग देने की पेशकश की थी और अब हम सार्वजनिक रुप से इसका ऐलान कर रहे हैं. उन्होंने एक पेशेवर क्रिकेटर के तौर पर अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई है. हम साफ तौर पर कहना चाहते हैं कि वह शक के घेरे में नहीं है. रिचर्डसन ने कहा कि मैकुलम की तारीफ की जानी चाहिये जिन्होंने आगे आकर आइसीसी की मदद की पेशकश की.
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैकुलम की गवाही लीक होने से स्तब्ध रह गया था जिसमें उन्होंने एक शीर्ष खिलाड़ी द्वारा मैच फिक्सिंग के लिये संपर्क किये जाने की बात स्वीकार की थी. आइसीसी को और शर्मिंदगी झेलनी पडी जब यह रिपोर्ट सामने आई कि एक एसीएसयू अधिकारी बांग्लादेश में टी20 विश्व कप के दौरान एक भारतीय सटोरिये के संपर्क में था. ढाका के एक टीवी चैनल बांग्ला ट्रिब्यून ने कल आडियो टेप जारी किया जिसमें भारत के एक आइसीसी एएससीयू अधिकारी और कथित सटोरिये के बीच बातचीत के अंश हैं.
चैनल ने दावा किया कि सटोरिये को ढाका पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था लेकिन आइसीसी एसीएसयू अधिकारी के कहने पर छोड़ दिया. अधिकारी ने बाद में कहा कि वह उसका खबरी था. यह पूछने पर कि न्यूजीलैंड का लू विंसेंट क्या जांच के दायरे में है, रिचर्डसन ने टिप्पणी से इनकार कर दिया.
उन्होंने कहा, लू विंसेंट ने एएससीयू जांचकर्ताओं के साथ पूरा सहयोग किया है और इससे ज्यादा मैं उनके मामले में कुछ नहीं कह सकता. उन्होंने कहा कि आइसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक सुरक्षा ईकाई क्रिकेट को पाक साफ बनाने के पूरे उपाय कर रही है.