जोहानिसबर्ग : दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन भारतीय टीम चाय काल के विश्राम तक अपनी दूसरी पारी में छह विकेट खोकर 199 रन बना लिये हैं. इस प्रकार भारतीय टीम कुल बढ़त 192 रनों की हो गयी है, जबकि भारत के अभी चार विकेट आउट होने बाकी हैं. चाय के समय अजिंक्य रहाणे 46 और भुवनेश्वर कुमार 23 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं.
इससे पहले सलामी बल्लेबाज मुरली विजय और कप्तान विराट कोहली ने मुश्किल पिच पर संयमित खेल दिखाया जिससे भारत ने लंच तक चार विकेट पर 100 रन बनाकर अपनी बढ़त 93 रन की कर ली. विजय लंच से पहले आउट हो गये, जब कागिसो रबाडा की यार्कर ने उन्हें बोल्ड कर दिया. इससे पहले तीन घंटे 14 मिनट तक क्रीज पर टिक कर उन्होंने काफी धैर्य दिखाया और 127 गेंद में 25 रन बनाये. कोहली ने कुछ बेहतरीन शाॅट खेले. लोकेश राहुल (16) और चेतेश्वर पुजारा (01) के सुबह जल्दी विकेट गंवाने के बाद उन्होंने चौथे विकेट के लिए 43 रन जोड़े. लंच के बाद भारतकाएकमात्र विकेट हार्दिक पांड्या के रूप में गिरा. पांड्या मात्र चार रन ही बना सके.
सुबह वांडरर्स की पिच पर काफी असमान उछाल था और गुड लेंथ पर कुछ दरारें दिखने लगी थीं. इससे बल्लेबाजों केलिए खेलना मुश्किल हो रहा था जिससे मैदानी अंपायर अलीम डार और इयान गोल्ड ने ट्रैक पर कुछ जगह की जांच भी की. गेंद पहले 31वें ओवर में कोहली के दायें हाथ में लगी. इसके बाद 35वें ओवर में विजय के बायें हाथ में लगी. दोनों ही मौकों पर कागिसो रबाडा गेंदबाजी कर रहे थे. दूसरी बार अंपायरों और दोनों कप्तानों ने काफी लंबे समय तक इस विषय पर बात की. माइकल होल्डिंग ने कमेंटरी के दौरान इस पिच को ‘100 में से दो अंक’ दिये और आइसीसी प्रतिबंध की बात कही. बल्कि, वेस्टइंडीज के इस पूर्व तेज गेंदबाज ने तो यहां तक कह दिया कि उन्हें लगता है कि कुछ बल्लेबाजों को इससे गंभीर रूप से चोट लग सकती थी, क्योंकि हर किसी के पास कोहली जैसी तकनीक और बड़ा दिल नहीं होता. होल्डिंग ने कहा, ‘मैं समझता हूं कि विराट कोहली खेलना चाहते हैं, लेकिन हर कोई गेंदों से इस तरह नहीं निपट सकता जैसे वह निपटते हैं.’
सुबह राहुल (16) वर्नोन फिलैंडर की गेंद पर दूसरी स्लिप में कैच आउट हुए. तीन ओवर बाद, भारतीय टीम का स्कोर चेतेश्वर पुजारा (01) के आउट होने से तीन विकेट पर 57 रन हो गया. वह भी दूसरी स्लिप में कैच आउट हुए. मोर्ने मोर्कल ने उन्हें पवेलियन भेजा. कोहली और विजय ने 18.5 ओवर तक बल्लेबाजी की. कोहली को इस दौरान चार रन के स्कोर पर जीवनदान भी मिला, जब मोर्कल की गेंद पर ऐडन मार्कराम शार्ट लेग पर कैच लपकने का मौका चूक गये. गेंद उनके हाथ में गयी, लेकिन प्रतिक्रिया का समय काफी कम मिला जिससे वह इसे ठीक से पकड़ नहीं सके. भारत ने 40वें ओवर में 100 रन पूरे किये. पांच गेंद के बाद रबाडा ने अपनी टीम को विजय के रूप में अहम विकेट दिलाया जो यार्कर पर अंदरूनी बल्ला छुआने से बोल्ड हुए.