नयी दिल्ली : पूर्व भारतीय कप्तान बिशन सिंह बेदी दक्षिण अफ्रीका के मौजूदा दौरे पर भारतीय टीम के घुटने टेकने से हैरान नहीं हैं क्योंकि उनका मानना है कि विराट कोहली की टीम शृंखला में बिना तैयारी के उतरी और श्रीलंका से खेलकर ‘समय बर्बाद’ किया. सेंचुरियन में आज दूसरे टेस्ट में 135 रन की […]
नयी दिल्ली : पूर्व भारतीय कप्तान बिशन सिंह बेदी दक्षिण अफ्रीका के मौजूदा दौरे पर भारतीय टीम के घुटने टेकने से हैरान नहीं हैं क्योंकि उनका मानना है कि विराट कोहली की टीम शृंखला में बिना तैयारी के उतरी और श्रीलंका से खेलकर ‘समय बर्बाद’ किया.
सेंचुरियन में आज दूसरे टेस्ट में 135 रन की शिकस्त के साथ भारत के लगातार नौ टेस्ट शृंखला जीतने के अभियान पर विराम लग गया क्योंकि दक्षिण अफ्रीका ने तीन टेस्ट की शृंखलामें 2-0 की विजयी बढ़त बना ली है. दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जाने से पहले भारत ने श्रीलंका को घरेलू सरजमीं पर टेस्ट, वनडे और टी20 शृंखलामें हराया था.
इस शृंखलासे तीन महीने से भी कम समय पहले भारत ने श्रीलंका में भी तीनों प्रारूपों की शृंखला में क्लीनस्वीप किया था. दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए भारतीय टीम की तैयारी के बारे में पूछने पर बेदी ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘कोई तैयारी नहीं थी. हमने अपना समय श्रीलंका के साथ खराब किया. जब हमें दक्षिण अफ्रीका के लिए तैयारी करनी चाहिए थी उस समय डेढ़ महीने तक कमजोर टीम से खेलने का कोई मतलब नहीं है.’
इस पूर्व दिग्गज स्पिनर ने कहा, ‘इसे मुश्किल दौरा माना जा रहा था और इसके लिए कड़ी तैयारी की जरूरत थी. आपने श्रीलंका को श्रीलंका में हराया और इसके बाद आपने उन्हें भारत बुलाया, किसलिए? बेहतर होता भारतीय खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट खेलते या इस दौरे के लिए स्वयं तैयारी करते.’
भारत बिना किसी अभ्यास मैच में खेले इस शृंखलाके लिए उतरा. बेदी ने हालांकि कहा कि अभी हाय तौबा मचाने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा, ‘भारत कोई टक्कर नहीं दे पाया. यह डरने की बात नहीं है, यह चिंता की बात है. गेंदबाजों ने अच्छा काम किया. कैचिंग और बल्लेबाजी में काफी कुछ करने की जरूरत है.’
भारत को इस साल इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर भी जाना है लेकिन दक्षिण अफ्रीका में अब तक के प्रदर्शन से निश्चित तौर पर भविष्य के दौरों के लिए प्रशंसकों की उम्मीदों में इजाफा नहीं हुआ होगा. बेदी का मानना है कि अंतिम एकादश का चयन करते समय पांच दिवसीय फार्म पर एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों की फार्म को तरजीह दी गई. इसका एक उदाहरण पहले दो टेस्ट के लिए उप कप्तान अजिंक्य रहाणे पर रोहित शर्मा को तरजीह देना है.
रोहित ने चार पारियों में 19.50 की औसत से अब तक 78 रन बनाए हैं. उन्होंने कहा, ‘टीम चुनना मेरा काम नहीं है. मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि फैसले करने की प्रक्रिया का हिस्सा उप कप्तान नहीं खेल रहा. मैं इससे सहमत नहीं हूं.’ बेदी ने साथ ही कहा कि केपटाउन में छह विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को बाहर करना भी हैरानी भरा फैसला था.