हैदराबाद : हैदराबाद क्रिकेट संघ (एचसीए) ने मोहम्मद अजहरुद्दीन को आम सभा की विशेष बैठक (एसजीएम) में हिस्सा लेने पर रोक लगा दी जिससे विवाद खड़ा हो गया और यह पूर्व भारतीय कप्तान नाराज हो गये. एचसीए अध्यक्ष जी विवेक ने यहां कहा कि अनधिकृत क्रिकेट इकाई से कथित तौर पर जुड़ने के कारण रविवार […]
हैदराबाद : हैदराबाद क्रिकेट संघ (एचसीए) ने मोहम्मद अजहरुद्दीन को आम सभा की विशेष बैठक (एसजीएम) में हिस्सा लेने पर रोक लगा दी जिससे विवाद खड़ा हो गया और यह पूर्व भारतीय कप्तान नाराज हो गये.
एचसीए अध्यक्ष जी विवेक ने यहां कहा कि अनधिकृत क्रिकेट इकाई से कथित तौर पर जुड़ने के कारण रविवार की एसजीएम में अजहरुद्दीन को शुरू में हिस्सा लेने की स्वीकृति नहीं दी गई. इसके बाद नाराज अजहरुद्दीन ने कहा, अजहर ने कहा, उन्होंने मुझे एक घंटे तक इंतजार कराया. यह काफी शर्मनाक था. मैं हैदराबाद का खिलाड़ी रहा हूं और 10 साल भारतीय टीम का कप्तान रहा. ये लोग जो संघ को चला रहे हैं उन्हें क्रिकेट के बारे में कुछ नहीं पता. उन्होंने अपने जीवन में कभी बल्ला या गेंद नहीं उठाई.
विवेक ने कहा, वह प्राक्सी वोटर था. उसके कार्ड पर निलंबित सचिव ने हस्ताक्षर किया था. लोढ़ा समिति की सिफारिशों को पारित करने के लिए एसजीएम बुलाई गई थी. विवेक ने आरोप लगाए कि अजहरुद्दीन बीसीसीआई द्वारा गैर मान्यता प्राप्त क्रिकेट इकाई के ब्रांड दूत बनकर एचसीए के खिलाफ अभियान चला रहे थे.
उन्हें एक घंटे तक रोक के रखा गया और कांग्रेस नेता वी हनुमंत राव के हस्तक्षेप के बाद ही बैठक के स्थल में घुसने की स्वीकृति दी गई. एचसीए अध्यक्ष ने बताया कि बैठक में लोढ़ा समिति की सिफारिशों को स्वीकार किया गया. उन्होंने इन खबरों को खारिज किया कि काफी सदस्य बैठक से अजहरुद्दीन को प्रतिबंधित करने के पक्ष में नहीं थे.विवेक ने कहा, जब तक आप इन्हें (लोढ़ा समिति की सिफारिश) स्वीकृति नहीं देंगे तब तक बीसीसीआई आपको पैसा नहीं देगा.